वीडियो में लड़का नानी के साथ बैठा हुआ दिख रहा है, वह रोते हुए कह रहा है कि बृजपुरी में उसकी नानी के घर के आसपास एक समुदाय विशेष के लोग रहते हैं। वह उनका मकान हड़पने के लिए उन्हें परेशान कर रहे हैं।
दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो
तो क्या देश की राजधानी में मामला यहां तक पहुंच चुका है कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दयालपुर थाना क्षेत्र का मुस्लिमों के दर का एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक लड़का अपनी नानी के साथ एक समुदाय विशेष के लोगों पर मकान हड़पने के लिए परेशान करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाता दिख रहा है। हालांकि, पुलिस इस मामले में साम्प्रदायिक एंगल होने से इनकार कर रही है और इसे संपत्ति विवाद का मामला बता रही है।
पुलिस का कहना है कि उसने जब वीडियो के आधार पर मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि परिवार में संपत्ति विवाद का मामला है। पुलिस पर दबाव बनाने के लिए इसे सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की जा रही है। फिर भी पुलिस ने एहतियातन इलाके में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है।
वायरल वीडियो में लड़का अपनी नानी के साथ बैठा हुआ दिख रहा है। वह रोते हुए कह रहा है कि बृजपुरी में उसकी नानी के घर के आसपास एक समुदाय विशेष के लोग रहते हैं। वह उनका मकान हड़पने के लिए उन्हें परेशान कर रहे हैं। पुलिस ने वीडियो के आधार पर मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि लड़के के साथ जो महिला है, उनके दो बेटे और दो बेटियां हैं।
पूर्व में उन्होंने सीनियर सिटीजन एक्ट के प्रावधानों के तहत अपने बेटों मनोज और भुवन को संपत्ति से बेदखल करने के लिए डीएम कार्यालय का दरवाजा खटखटाया था। इसी बीच मनोज और भुवन ने जाली दस्तावेज से एक शख्स को मकान बेचने की कोशिश की थी। इस मामले में पुलिस ने भुवन को गिरफ्तार कर लिया था।
वहीं, मनोज जांच में सहयोग नहीं कर रहा है। उनके मकान में एक समुदाय विशेष का परिवार किराये पर रहता था। करीब एक सप्ताह पहले महिला की बेटी ने किरायेदार के घर में प्रवेश पर रोक लगा दी। किरायेदार ने पीसीआर को सूचना दी। जांच में सामने आया कि महिला मानसिक बीमारी से पीड़ित है। महिला की बेटी की उनकी संपत्ति पर नजर है। वह ना तो अपनी मां से किसी को मिलने देती है और ना इलाज कराने की अनुमति देती है। हालांकि, पुलिस ने महिला की काउंसलिंग कराकर इलाज के लिए भेजा है।
वहीं जांच में यह भी पाया गया कि महिला जहां रह रही है वह एक समुदाय विशेष का इलाका नहीं है। परिवार में संपत्ति को लेकर आंतरिक विवाद है और अपने गलत इरादों के लिए परिवार के सदस्य स्थानीय पुलिस पर दबाव बनाने के लिए सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं।