चॉकलेट देकर कराया मुंह मीठा, कहा-त्योहार पर अपने आसपास के लोगों के चेहरे मुस्कान लाने की करें कोशिश
दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो
दिल्ली में लोगों ने अपने-अपने तरीके से दिवाली मनाई है। किसी ने प्रतिबंध के बावजूद आतिशबाजी कर दिवाली मनाई तो किसी ने लोगों के घर जाकर उनसे मुलाकात कर। किसी ने एक दूसरे को मिठाई बांटकर तो किसी ने अभाव के चलते बिना किसी तामझाम के ही दिवाली मना ली। दिल्ली के इस माहौल के बीच भाजपा उत्तरी-पूर्वी जिला मंत्री भुवनेश सिंघल ने दिवाली मनाने का एक अनोखा तरीका अपनाया।
उन्होंने इस बार बच्चों और रिक्शा वालों के साथ दिवाली मनाई। इस अवसर पर भुवनेश सिंघल ने बच्चों को चॉकलेट देकर उनका मुंह मीठा कराया। साथ ही गली-सड़कों से गुजरने वाले प्रत्येक रिक्शा ठेली वाले को चॉकलेट देकर दीपावली की बधाई दी। भुवनेश सिंघल के साथ दिवाली मना रहे बच्चों की उछल-कूद और उनका उत्साह उनकी ख़ुशी को बयां कर रहा था।
इस अवसर अपर एक ठेली चालक राकेश ने बताया कि वह 14 वर्षों से सब्जी बेच रहा है, मगर आज से पहले उसके साथ इतना अच्छा व्यवहार किसी नेता ने नहीं किया। राकेश ने बताया कि भुवनेश सिंघल ने उनके पास आकर न केवल उन्हें चॉकलेट दी बल्कि दिवाली की बधाई भी दी। राकेश ने बताया कि भुवनेश सिंघल ने चॉकलेट देकर हैप्पी दीवाली बोला तो उसे बहुत अच्छा लगा। उसे बताया की इस प्रकरण से उसके बच्चों को एक अलग प्रेरणा मिलेगी। पटरी पर सामान बेचने वाले मनोहर ने कहा कि दीवाली पर उसे आज एक माहौल मिला कि दीवाली का सही अर्थ सबके साथ मिलकर खुशियों को साझा करना है।
भुवनेश सिंघल ने कहा कि दीवाली का पर्व हमें यही संदेश देता है कि हम अपनी सामर्थ्य के अनुसार अपने आसपास के लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाने की कोशिश जरूर करें। इसमें बड़े धन की आवश्यकता नहीं होती है। बस केवल बड़ा मन होना चाहिए। दीवाली प्रकाश का पर्व है और इसके अनेक अर्थ हैं, जिनमें से शायद एक यह भी है कि अंधेरे में किसी के चेहरे पर मुस्कान दिखाई नहीं देती। इसलिए हमें सबके चेहरे पर मुस्कान लानी है ताकि उसके चेहरे की मुस्कान को हम दीपावली के दीयों के प्रकाश में देख सकें।