Thursday, November 7, 2024
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Delhi Pollution : कंट्रोल के लिए 150 एंटी स्मॉग गन की तैनात, केजरीवाल सरकार का अहम फैसला

गोपाल राय ने कहा-दिल्ली की सभी 70 विधानसभाओं में दो-दो मोबाइल एंटी स्मॉग गन को तैनात किया जाएगा, जबकि प्रदूषण के हॉट स्पॉट वाले क्षेत्रों में एक-एक अतिरिक्त मोबाइल एंटी स्मोग गन की तैनाती रहेगी

दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो 
दिल्ली में जाड़े के प्रदूषण की रोकथाम के लिए 150 मोबाइल एंटी स्मॉग गन की तैनाती की जा रही है। दिल्ली सचिवालय से मंगलवार को पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने इन्हें रवाना किया। ये स्मॉग गन अलग-अलग विधानसभाओं में घूम-घूम कर पानी का छिड़काव करेंगी, जिससे प्रदूषण का स्तर नीचे आएगा। इस मौके पर गोपाल राय ने लोगों को बधाई देते हुए कहा कि दिल्ली वालों के सहयोग से पिछले साल की तुलना में इस बार की दीपावली के प्रदूषण में तीस फीसदी की कमी आई है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोगों ने इस साल दिवाली पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश को मानते हुए नहीं के बराबर पटाखे जलाए हैं। पर्यावरण मंत्री ने इसके लिए सभी दिल्लीवासियों को शुक्रिया भी कहा।

कई अभियान चल रहे पर्यावरण मंत्री ने कहा कि सरकार प्रदूषण को कम करने के लिए कई अभियान चला रही है। धूल रोधी अभियान, बायो डी-कंपोजर का छिड़काव, वृक्षारोपण महाअभियान, पटाखों को लेकर जागरुकता अभियान आदि इसमें शामिल हैं। वहीं, वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए दिल्ली की सड़कों पर 150 मोबाइल एंटी स्मॉग गन उतारी गई हैं। इनके जरिए पानी की बूंदों का छिड़काव किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि दिल्ली की सभी 70 विधानसभाओं में दो-दो मोबाइल एंटी स्मॉग गन को तैनात किया जाएगा, जबकि प्रदूषण के हॉट स्पॉट वाले क्षेत्रों में एक-एक अतिरिक्त मोबाइल एंटी स्मोग गन की तैनाती रहेगी। उन्होंने कहा कि मोबाइल एंटी स्मॉग गन सुबह दस बजे से शाम छह बजे तक पानी का छिड़काव करेगी। एक एंटी स्मॉग गन दस किलोमीटर तक के क्षेत्र में पानी का छिड़काव करेगी।

पराली जलाने के मामलों में आई कमी – गोपाल राय

पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दावा किया है कि पंजाब में सरकार की पहल से पराली जलने की संख्या में कमी आई है। पिछले साल दिवाली के दिन पंजाब में पराली जलने की घटना 3032 थी, जबकि इस साल 1019 घटना सामने आई हैं। हरियाणा में पिछले साल दिवाली के दिन पराली जलने की 228 घटना सामने आई थी और इस साल 250 घटनाएं सामने आई हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश में पिछले साल 123 और इस साल 215 घटनाएं सामने आई हैं।

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