प्रियंका रॉय
किसान आंदोलन की दूसरी सालगिरह
14 नवंबर को दिल्ली में बैठक
किसान आंदोलन की दूसरी सालगिरह के अवसर पर एक बार फिर सड़को पर उतरने का मन बना चुके किसानों ने बड़ा ऐलान कर दिया है। आपको बता दे कि मंगलवार को SKM की संयोजन समिति एवं ड्राफ्टिंग कमेटी की ऑनलाइन बैठक संपन्न की गई। बैठक में शामिल विभिन्न किसान संगठनों के साझा मंच एसकेएम ने कहा कि ‘राजभवन मार्च’ और पूरे देश में राज्यपालों को सौंपे जाने वाले ज्ञापन को अंतिम रूप देने के लिए 14 नवंबर को दिल्ली में बैठक होगी। जिसकों लेकर सभी राज्यों में किसान संगठनों की तैयारी की जा रही है।
एकजुटता प्रदर्शित करने का ऐलान
वही किसान नेता डॉ दर्शन पाल ने अपने बयान में बताया कि राजभवन मार्च की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए 14 नवंबर को दिल्ली में संयुक्त किसान मोर्चा से जुडे सभी संघटनो की मीटिंग का आयोजन किया जाएगा।इसके साथ ही बैठक में संयुक्त किसान मोर्चा के कार्य-दिशा निर्देशिका को भी अंतिम रूप दिया जाएगा। हालांकि की इस पर संयोजन समिति एवं ड्राफ्टिंग कमिटी के सदस्यों के बीच बात-चीत जारी है। किसानो ने केंद्र सरकार द्वारा वन संरक्षण अधिनियम को लेकर भी नराज़गी जाहिर करते हुए देशभर के आदिवासी संगठनों द्वारा किए जा रहे संघर्ष के साथ 15 नवंबर को शहीद बिरसा मुंडा की जयंती दिन पर एकजुटता प्रदर्शित करने का भी ऐलान किया गया।
आपको बता दे की इससे पहले साल 2019-21 में तीन कृषि कानून के खिलाफ भी किसानो ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए दिल्ली का घेराव किया था। इसमें अधिकतर पंजाब और हरियाणा के किसान शामिल थे।