दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के बीच हैप्पीनेस पाठ्यक्रम के सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं, छात्रों और शिक्षकों को एक-दूसरे से बेहतर संबंध विकसित करने में मदद है मिली
दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो
दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के बीच हैप्पीनेस पाठ्यक्रम के सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं। छात्रों और शिक्षकों को एक-दूसरे से बेहतर संबंध विकसित करने में मदद मिली है।
यह जानकारी राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् (एससीईआरटी) के एक अध्ययन में सामने आई है। इसके अनुसार 95 फीसदी स्कूल प्रमुखों ने माना कि छात्रों के लिए हैप्पीनेस पाठ्यक्रम की सामग्री प्रासंगिक और संबंधित है। 80 फीसदी इस बात से सहमत थे कि यह छात्रों और शिक्षकों के बीच एक-दूसरे से बेहतर संबंध विकसित करने में मदद करता है। हालांकि, 20 फीसदी इस बात से असहमत भी थी। यह अध्ययन शैक्षणिक सत्र 2020-21 में किया गया था, जिसमें उत्तरी दिल्ली के स्कूलों को शामिल किया गया था। सरकारी स्कूलों में छात्रों की बेहतरी के लिए उठाए कदमों की स्थिति को लेकर यह अध्ययन किया गया है। इसमें मेंटर शिक्षकों की तैनाती से स्कूलों में परिवर्तन, क्लस्टर नेतृत्व विकास कार्यक्रम, शिक्षक विकास समन्वयक, स्टूडेंट क्लब सहित कई दूसरे बिंदु भी शामिल हैं।
बता दें कि हैप्पीनेस पाठ्यक्रम स्कूली बच्चों के लिए वर्ष 2018 में लागू किया गया था। इस पाठ्यक्रम में स्कूल के छात्रों के लिए ध्यान, नैतिक मूल्य और मानसिक अभ्यास शामिल है। बीते अक्टूबर माह में दिल्ली के सरकारी स्कूलों और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए हैप्पीनेस पाठ्यक्रम के तहत जन्मदिन मनाने के संबंध में पहल की गई है।