महिला कार्यकर्ता रूपाली शर्मा ने लगाया कार्यकर्ताओं की उपेक्षा कर पार्टी से संबंध न होने वाली महिला को टिकट देने का आरोप
दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो
एमसीडी चुनाव में गलत टिकट देने का आरोप लगाते हुए आम आदमी पार्टी में बगावत हो चुकी है। यह बगावत विकासपुरी विधानसभा क्षेत्र के कुंवर सिंह नगर वार्ड से शुरू हुई है। एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक की चुनावी सभा में जमकर हंगामा हुआ और संगठन मंत्री और पार्टी कार्यकर्ता रूपाली शर्मा के बीच हाथापाई भी हुई। रूपाली शर्मा पार्टी ने दुर्गेश पाठक पर कार्यकर्तरओं को दरकिनार कर पार्टी से दूर-दूर तक संबंध न रखने वाली महिला को टिकट देने का आरोप लगाया है। चुनावी सभा में हुई हाथीपाई में रूपाली शर्मा को चोट लगने की बात भी सामने आ रही है।
इस मामले लेकर जब दिल्ली दर्पण टीवी ने रूपाली शर्मा से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि वह कट्टर पार्टी की कट्टर ईमानदार है। पार्टी की गलत नीतियों के विरोध में अपनी आवाज उठाती रहेंगी। उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके वार्ड से ऐसी महिला को टिकट दिया गया है, जिसका दूर-दूर तक पार्टी से कोई वास्ता नहीं है। उनका कहना था कि इस महिला का बेटा विधायक के साथ रहता था बस इनकी यही योग्यता है। उन्होंने कहा है कि भले ही उनको पार्टी से निकाल दिया जाए पर वह पार्टी की गलत नीतियों का विरोध करती रहेंगी। रूपाली शर्मा दुर्गेश पाठक पर इतनी नाराज थीं कि उनके कार्यालय में लगे आम आदमी पार्टी के बैनर को वह फाड़ने की बात कह रही हैं। बस मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की वजह से ऐसा न करने की बात कह रही हैं।
इस महिला कार्यकर्ता का कहना है कि उनको आश्वासन मिला था कि महिला वार्ड होने पर उनको ही टिकट मिलेगा पर ऐसा नहीं हुआ बल्कि पार्टी का न होते हुए भी राजबाला लाकड़ा को टिकट दे दिया गया। इस महिला कार्यकर्ता का तो यह भी आरोप है कि पार्टी ने टिकट देने के नाम पर उनके ओरिजनल सर्टिफिकेट भी जमा करा रखे हैं। रूपाली शर्मा का कहना है कि उनका मकसद अपनी बात को पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल तक पहुंचाना है। पार्टी से इस्तीफे की बात पर उन्होंने कहा कि वह पार्टी से इस्तीफा नहीं देने जा रही हैं पार्टी की गलत नीतियों का विरोध करती रहेंगी। हां पार्टी चाहे तो उनको बर्खास्त कर सकती है।
दरअसल आम आदमी पार्टी में जमीनी कार्यकर्ताओं की उपेक्षा कर पैसे लेकर टिकट देने का आरोप लग रहे हैं। मुंडका वार्ड से तो का टिकट काटने पर वहां की पंचायत उनको निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा रही है।