जिस मीडिया को देश और समाज के लिए काम करने वाला माना जाता रहा है क्या वह देश और समाज के प्रति ईमानदारी बरत रहा है ? यदि हां तो बताया जाए। क्या media ने कभी ये बताया ??
पता चला है कि nestle कंपनी खुद मानती है कि वे अपनी चाकलेट kitkat में बछड़े के मांस का रस मिलाती है।
क्या Media ने कभी ये बताया कि मद्रास high court में fair and lovely कंपनी पर जब case किया गया था ! तब कंपनी ने खुद माना था ! हम cream में
सूअर की चर्बी का तेल मिलाते हैं।
क्या Media ने कभी बताया कि ये vicks नाम की दवा यूरोप के कितने देशों मे banned है ! वहाँ इसे जहर घोषित किया गया है पर भारत मे सारा दिन TV पर
इसका विज्ञापन आता है !!
क्या Media ने कभी बताया कि life bouy न तो bath soap है न ही toilet soap ! ये जानवरों को नहलाने वाला carbolic soap है ! यूरोप मे life bouy से कुत्ते नहलाये जाते हैं और भारत में लगभग 10 फीसद लोग इससे रगड़ रगड़ कर रोज नहाते हैं !!
क्या Media ने कभी बताया कि ये Coke/ Pepsi सिर्फ नुकसान ही पहुंचाती है। दरअसल यह toilet cleaner है ! इसमें 21 तरह के अलग अलग जहर बताये जाते हैं और तो और संसद की कैण्टीन में Coke Pepsi’s बेचना मना है ! पर पूरे देश मे बिक रही है।
क्या Media ने कभी बताया कि ये health tonic बेचने वाली विदेशी कंपनियाँ Boost , Complan , Horlics, Maltova, Protinex बनाती हैं, इन सबका Delhi के all india institute (जहां भारत की सबसे बड़ी लैब है ) ने वहाँ इन सबका test किया और पता लगा ये सिर्फ मुंगफली की खली से बनते हैं ! मतलब मूँगफली का तेल निकालने के बाद जो उसका waste बचता है ! जिसे गाँव में जानवर खाते है ! उससे ये health tonic बनाते हैं !!
क्या Media ने कभी बताया कि ऐसी जानकारी मिली थी कि अमिताभ बच्चन का जब आपरेशन हुआ था और 10 घंटे चला था ! तब डाक्टर ने उनकी बड़ी आंत काटकर निकाली थी !! तब डाक्टर ने कहा था कि उनकी आंत Coke, Pepsi पीने के कारण सड़ी है। बाद में अमिताभ बच्चन ने Coke, Pepsi इसका विज्ञापन करना बंद कर दिया था और आज तक वह Coke Pepsi का विज्ञापन नहीं करते।
आजकल बहुत से लोग हैं जिन्हें “पिज्जा”
खाने में बड़ा मज़ा आता है। चलिये पिज्जा पर एक नज़र डालें।
“Pizza Hut, Dominos,
KFC, McDonalds,
Pizza Corner,
Papa John’s Pizza,
California Pizza Kitchen,
Sal’s Pizza”
ये सब कम्पनियाँ अमेरिका की है
आप चाहे तो Wikipedia पे देख सकते हैं।
पता चला है कि टेस्ट लाने के लिये पिज्जा में E-631 flavour Enhancer नाम का तत्व मिलाया जाता है। इसके सुअर के मांस से बनने की बात सामने आ रही है।
पता चला है कि जिन चीजों के पैकेटों पर निम्न कोड लिखे हैं तो उसमें ये चीजें मिली हुई हैं। E 322 – गाय का मांस, E 422 – एल्कोहल तत्व, E 442 – एल्कोहल तत्व और केमिकल, E 471 – गाय का मांस ओर एल्कोहल तत्व, E 476 – अल्कोहल तत्व, E 481 – गाय और सुअर के मास का संगटक, E 627 – घातक केमिकल, E 472 – गाय + सुअर + बकरी के मिक्स मांस के संगटक, E 631 – सुअर की चर्बी का तेल।
ये सभी कोड आपको ज्यादातर
विदेशी कम्पनीयों के उत्पादन जैेसे, टॉफी ,कुरकुरे ओर मैगी
आदि में दिखाई दे जाएंगे। आप देखेंगे तो मैगी के पैक पे ingredient में देखें , flavor (E-635 ) लिखा मिलेगा। दरअसल भारत के 135 करोड़ लोगों में से सिर्फ 10% लोग प्रतिदिन 10 रुपये का फलों का रस पियें तो महीने भर में होता है लगभग ” 3600 करोड़ ” जो देश में ही रहेगा।
अगर आप कोका कोला या पेप्सी पीते हैं
तो ये ” 3600 करोड़ ” रुपये
देश के बाहर जा रहे हैं। कोका कोला, पेप्सी जैसी कंपनियाँ जहर पिलाकर प्रतिदिन
” 7000 करोड़ ” से ज्यादा का कारोबार कर रही हैं।
ऐसे में गन्ने का जूस/ नारियल पानी/ आम/ फलों के रस आदि को अपनाकर और देश का लगभग 7000 करोड़ ” रुपए बचाकर किसानों को दें। फलों के रस के धंधे से
लगभग 1 करोड़ ” लोगों को रोजगार मिलेगा। (सोर्स : सोशल मीडिया )