विषम परिस्थितियों में छिपने के लिए सहारा के चैयरमेन ने बना रखे हैं दो फ्लोर
सीएस राजपूत
तमाम एफआईआर दर्ज होने और गैर जमानती वारंट जारी होने के बावजूद सुब्रत रॉय का कुछ न बिगड़ पाने की चर्चा देशभर में हो रही है। चर्चा यह भी है कि गैर जमानती वारंट लेकर सुब्रत राय और दूसरे निदेशकों को गिरफ्तार करने जब पुलिस लखनऊ कपूरथला स्थित सहारा भवन या सहारा सदन जाती है तो ये लोग वहां नहीं मिलते हैं। चाहे मुंबई हो या फिर सहारा शहर समेत दूसरे शहर सभी जगह सुब्रत रॉय, ओपी श्रीवास्तव और दूसरे सहारा के अधिकारी नहीं मिलते हैं।
विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि सुब्रत राय, ओपी श्रीवास्तव और दूसरे सहारा के बड़े अधिकारियों ने अपना नया ठिकाना लखनऊ स्थित सहारा अस्पताल बना लिया है। दरअसल सहारा लखनऊ शहर में सुब्रत रॉय ने दो फ्लोर विषम परिस्थितियों में रहने के लिए बनवा रखे हैं। निवेशकों और पुलिस बचने के लिए ये लोग अब सहारा अस्पताल की शरण में हैं। सहारा अस्पताल में रहने के इन लोगों के दो कारण हैं। एक तो ये लोग गंभीर परिस्थितियों में अपने को बीमार दिखा सकते हैं दूसरे अस्पताल में होने की वजह से न तो निवेशक और न ही पुलिस के वहां पहुंचने के चांस बहुत कम हैं। लखनऊ निशांतगंज स्थित हैदराबाद कॉलोनी में सुब्रत रॉय के पुराने घर में भी सुब्रत रॉय और ओपी श्रीवास्तव के जाने की ख़बरें भी हैं। हालांकि जिस तरह से निवेशकों और जमाकर्ताओं ने सुब्रत रॉय समेत दूसरे निदेशकों के खिलाफ मोर्चा खोला है उसको देखकर तो यही कहा जा सकता है कि ये लोग सुब्रत रॉय को पाताल से भी ढूंढ निकालेंगे।
दरअसल भुगतान को लेकर सहारा इंडिया के खिलाफ देशभर में आंदोलन चल रहा है। ऑल इंडिया जनांदोलन संघर्ष न्याय मोर्चा और ठगी पीड़ित परिवार ने जिस तरह से गत 15 नवम्बर को राष्ट्रव्यापी आंदोलन सहारा इंडिया के खिलाफ किया है उसको देखकर तो यही कहा जा सकता है कि सहारा इंडिया को यह आंदोलन भारी पड़ने वाला है। यही वजह है कि सुब्रत रॉय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की फ़िराक में हैं। नोएडा के सहारा मीडिया के ऑफिस पर हुए प्रोटेस्ट से सहारा प्रबंधन हिला हुआ है।