सी.एस. राजपूत
बाबा आशा राम, राम रहीम और रामपाल के जेल में जाने के बाद देश में ऐसे बाबा की कमी खल रही थी जिसके पीछे लोग पागल हो जाएं। आजकल बाबा बागेश्वर इसकी भरपाई कर रहे हैं। बाबा और भक्तों का तो चोली और दामन का साथ है पर बेरोजगारी, महंगाई और देश की दूसरी समस्याओं से दूर रहे वाला मीडिया एक बाबा के पीछे इतना पागल हो जाएगा वैज्ञानिक दौर में इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है। देश में एक ऐसा तबका है, जिसे बाबाबों का अनुयाई होना ही है। निश्चित रूप से देश में ऐसे कई बाबा हुए हैं, जिनके पीछे राजनेता भी पागल हुए हैं।
हां बागेश्वर बाबा का मामला दूसरे बाबाओं से कुछ अलग है। वह पाखंड आडंबर और तंत्र विद्या का विरोध भी कर रहे हैं। वह अपने को बालाजी के नाम पर स्थापित करने में लगे हैं। हिन्दू धर्म में बालाजी शब्द ऐसा शब्द है कि इस नाम में लोगों की आस्था है। इसी का फायदा बाबा बागेश्वर को मिल रहा है। बाबा पर अपनी शक्तियों के बल पर लोगों की गुप्त जानकारी होने की बात सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि बाबा बागेश्वर अपनी इन शक्तियों से लोगों के बारे में सब कुछ बता देते हैं। ऐसे में प्रश्न उठता है कि यदि बागेश्वर बाबा के पास ऐसी शक्तियां हैं तो वे देश की तरक्की में सहयोग क्यों नहीं करतीं ? क्यों नहीं ख़ुफ़िया एजेंसियों का काम करतीं ? क्यों नहीं बेरोजगारी कम करती ? क्यों नहीं आतंकियों का पता सरकार को बतातीं।
वैसे भी बागेश्वर बाबा ने आगे देश हित में काम करने की बात भी एक टीवी चैनल पर बोली है। यदि बाबा सनातन धर्म को आगे बढ़ाने की बात करते हैं तो फिर मोदी सरकार तो हिन्दू धर्म की सरकार बताई जाती है। वैसे भी मोहन भागवत और PM मोदी भारत को विश्व गुरु बनाने की बात कर रहे हैं। ये शक्तियां सरकार को कोरोना की दवा बता दें ? स्विस बैंक में किसका और कितना पैसा है यह बता दें। दूसरे देशों की कमजोरी मोदी सरकार को बता दें। फिर तो भारत को विश्वगुरु बनने से कोई नहीं रोक पाएगा न ।
दो तीन दिन से तो ऐसा लग रहा है कि लोगों के साथ ही मीडिया का भी बस यही काम गया है। कुछ लोग बागेश्वर बाबा यानी कि धीरेन्द्र शास्त्री के विरोध में खड़े हो गए हैं तो कुछ पक्ष में। यह अपने आप में दिलचस्प है कि कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर और योग गुरु बाबा रामदेव भी धीरेन्द्र शास्त्री के समर्थन में उतर गए हैं।
कहना गलत न होगा कि बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री से जुड़े विवाद ने अब तूल पकड़ लिया है। धर्म ठेकेदारों ने जादू -टोना और अंधविश्वास के आरोपों से शुरू हुए मामले को धर्मांतरण तक पहुंचा दिया है। देश में सनातन धर्म बनाम ईसाई-इस्लाम पर चर्चा तेज चल रही है। वहीं बागेश्वर धाम बाबा के समर्थन में संत समाज और हिंदू संगठन से जुड़े लोग खुलकर सामने आ रहे हैं। कैलाश विजयवर्गीय और कपिल मिश्रा समेत कई बीजेपी नेता भी बाबा बागेश्वर के समर्थन में आवाज बुलंद कर रहे हैं।
स्थिति यह है कि लोग बाबा बालेश्वर के पक्ष में आंदोलन कर रहे हैं। विवाद के बीच बागेश्वर धाम के पुजारी धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने वामपंथी और ईसाई मिशनरियों को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा है कि कोई भी ईसाई हमारे सामने चमत्कार करके दिखाए, नहीं तो सनातन धर्म की शक्ति को स्वीकार करे।
दरअसल बाबा बागेश्वर ने एक टीवी चैनल में दावा किया है कि आगे देखते जाइये, वह कैसे देश के लिए काम करते हैं। तो यह माना जाये कि बाबा बागेश्वर देश में ख़ुफ़िया एजेंसियों की मदद करेंगे ? भारत के विश्व गुरु बनने में सहयोग करेंगे ? सनातन धर्म को दुनिया तक ले जाएंगे ? देश जो सिद्ध शक्तियों का दौर रहा है तो क्या बागेश्वर बाबा उसे फिर से ले आएंगे ? अब देखते जाइये बाबा का चमत्कार और लोगों का पागलपन।