दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो
Arvind Kejriwal Vs Vinay Saxena: दिल्ली एमसीडी चुनाव में जिस तरह से सीएम केजरीवाल और एलजी वीके सक्सेना का विवाद बढ़ता जा रहा है, जिस तरह से हंगामे के बाद निगम (MCD) के नवनिर्वाचित सदन की पहली बैठक स्थगित होने के एक दिन बाद ही आम आदमी पार्टी (AAP)और बीजेपी (BJP) शनिवार को दिल्ली की सड़कों पर उतर आए। उन सब बातों को देखकर नहीं लग रहा है कि सोमवार को भी मेयर डिप्टी मेयर चुनाव हो पाएंगे। दरअसल आम आदमी पार्टी ने एमसीडी हाउस (MCD House) में उनके द्वारा नामित 10 एल्डरमेन को निर्वाचित प्रतिनिधियों के समक्ष शपथ दिलाने पर लेफ्टिनेंट-गवर्नर (LG) के निवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और इस बात के आरोप लगाए कि वह अपने कार्यों से संविधान को नष्ट कर रहे हैं।
सोमवार को खुलेगा सदन
हालांकि सोमवार (9 जनवरी) को सदन खुलेगा और मनोनीत किए गए पार्षदों सहित नवनिर्वाचित पार्षदों को शपथ दिलाई जाएगी जिसके बाद ये तय किया जाएगा कि मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव कब हो। ऐसे में प्रश्न उठता है कि इस बवाल के बाद इतनी आसानी से पार्षदों को शपथ दिलाई जा सकेगी या फिर मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव हो सकेगा ? दरअसल इसके पहले 6 जनवरी के महापौर चुनाव से ठीक दो दिन पहले, एलजी विनय कुमार सक्सेना ने निगम के विधायी निकाय में 10 लोगों को एलडरमैन के रूप में नामित किया था। यह मुद्दा राजनीतिक गरमागरम हो गया क्योंकि आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि सभी मनोनीत सदस्य भाजपा कार्यकर्ता थे।
AAP के भीतर दरारः BJP
उधर दूसरी ओर, BJP नेताओं ने MCD हाउस की पहली बैठक में हुए हंगामे के लिए AAP के पार्षदों को जिम्मेदार ठहराते हुए उनके खिलाफ राजघाट के पास धरना दिया। उन्होंने इस घटना को संविधान का अपमान करार दिया। दिल्ली BJP के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, ‘134 पार्षद होने के बावजूद केजरीवाल और उनकी पार्टी निगम के आंतरिक चुनावों से डरी हुई है। इसका कारण यह है कि उनकी पार्टी के भीतर दरार है और केजरीवाल ने इसे छिपाने के लिए हिंसा का सहारा लिया है। लेकिन बीजेपी हिंसा के आगे झुकने वाली नहीं है।”
CM और LG के बीच लेटर वॉर
दिल्ली नगर निगम के मेयर चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के बीच लेटर वॉर शुरू हो गया है। शनिवार को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने एलजी वीके सक्सेना को एक पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने उपराज्यपाल से दिल्ली नगर निगम अधिनियम में इस्तेमाल किए गए एलजी/प्रशासक शब्द पर स्पष्टीकरण मांगा और कहा कि अगर एडमिनिस्ट्रेटर का मतलब गवर्नर होगा तो फिर दिल्ली की चुनी हुई सरकार व्यर्थ साबित होगी।
ऐसे होगा Mayor और Deputy मेयर का चुनाव
सबसे पहले दिल्ली मेयर के चुनाव के चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति की जाएगी। इसके बाद सदन की अगली बैठक होगी। इस बैठक में सभी पार्षदों को शपथ दिलाई जाएगी, जिसके बाद मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव की प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा। हालांकि अभी ये नहीं तय हो पाया है कि सदन की अगली बैठक कब होगी। इसे लेकर अधिकारियों ने बताया कि, पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति प्रक्रिया में काफी समय लगेगा। नियुक्ति के बाद ही अगली बैठक हो पाएगी।
दिल्ली के मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव में 274 लोग करेंगे वोट
इस चुनाव में दिल्ली नगर निगम के चुने हुए कुल 250 पार्षद वोट करेंगे साथ ही दिल्ली के 7 लोकसभा सांसद, 3 राज्यसभा सांसद और मनोनीत लोगों में 14 विधायक जो दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष की सहमति पर बनाए गए हैं, वो भी मतदान में हिस्सा लेंगे। कुल मिलाकर इस चुनाव में 274 लोग ही वोट कर सकेंगे।
AAP और BJP में होगा मुकाबला, Congress ने किया Walk Out
इस बार हुए एमसीडी के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने बीजेपी को 15 सालों से सत्ता में बनी हुई बीजेपी को हरा दिया। 250 वार्डों में हुए चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 134 वार्डों में जीत दर्ज की थी। इसी के साथ ही इस चुनाव में बीजेपी को 104 वार्ड में जीत मिली थी। वहीं इस चुनाव में कांग्रेस ने हिस्सा लेने से इनकार कर दिया है। दिल्ली कांग्रेस प्रमुख अनिल कुमार ने कहा दिल्ली की जनता ने आम आदमी पार्टी और बीजेपी को समर्थन दिया है इसलिए हम उनका सम्मान करते हुए इस चुनाव से दूरी बनाएंगे।