अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ट्रेनिंग लेकर आये शिक्षकों को संबोधित किया दिल्ली के मुख्यमंत्री ने
दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो
अब दिल्ली की शिक्षा की तुलना हमें देश नहीं बल्कि विदेश से करनी है। दिल्ली की शिक्षा दुनिया में सबसे अच्छी होगी। यह बात दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ट्रेनिंग लेकर आये शिक्षकों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि आज दिल्ली में प्राइवेट स्कूलों से निकालकर लोग अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में डाल रहे हैं। यह सब सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की कड़ी मेहनत से ही संभव हो पाया है। उन्होंने कहा की जो शिक्षक कैम्ब्रिज, सिंगापुर और फिनलैंड से ट्रेनिंग लेकर आये हैं। उनका अपना एक अलग अनुभव है। दिल्ली में शिक्षा प्राप्त करने वाले बच्चे दिल्ली की गरीबी दूर करेंगे।
उन्होंने कहा यह 75 साल में देश पर राज करने वाली पार्टियों की गलतियां रही हैं कि देश से गरीबी नहीं हटा पाई। यदि हम अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दे देते तो देश गरीब नहीं बल्कि एक अमीर देश हो जाता। केजरीवाल ने कहा कि लोग कहते हैं कि दिल्ली में क्या सुधार हुआ।
उन्होंने जवाब में कहा कि इन 7-8 सालों में दिल्ली में टेंट वाले स्कूल टैलेंट वाले स्कूल बन गए हैं। उनके पहले दिल्ली में सरकारी स्कूल टेंट में चला करते थे। अब ये स्कूल टैलेंट व स्कूल बन गए हैं। उन्होंने कहा कि पहले दिल्ली के स्कूलों की छतें चुआ करती थीं। दीवारें जर्जर थी। टायलेट नहीं थे। बच्चे भाग जाया करती थे। अब सरकारी स्कूलों के बिल्डिंग प्राइवेट स्कूलों से भी अच्छी हैं। उनका कहना था कि हमें स्कूलों का माहौल बदला है। अब स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करने का माहौल है। बच्चे शिक्षकों और प्रिंसिपल की तारीफ करने लगे हैं। अब नतीजे अच्छे आने लगे हैं। 99.75 नतीजे आए हैं दिल्ली सरकारी स्कूलों के। उनका कहना था कि यह दिल्ली स्कूलों की शिक्षा में हुआ सुधार ही है कि हमारे बच्चे जेई पास कर रहे हैं। बिना कोचिंग के आईआईटी के अंदर एडमिशन ले रहे हैं। नीट पास कर रहे हैं मेडिकल पास कर रहे हैं। उन्होंने इन सब बातों का श्रेय शिक्षकों और प्रिंसिपल को दिया है।