Saturday, May 4, 2024
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Manish Sisodia’s arrest : दिल्ली को किले में तब्दील करने के बाद हुई थी सिसोदिया की गिरफ्तारी, 1000 से अधिक जवान थे तैनात


दिल्ली की शराब नीति में कथित घोटाले के मामले में रविवार सुबह 11 बजे सीबीआई ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को पूछताछ के लिए बुलाया था। ठीक नौ घंटे की पूछताछ के बाद उनकी गिरफ्तारी का ऐलान किया गया।

दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो 
नई दिल्ली । दिल्ली की शराब नीति में कथित घोटाले के मामले में रविवार सुबह 11 बजे सीबीआई ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को पूछताछ के लिए बुलाया था। ठीक नौ घंटे की पूछताछ के बाद उनकी गिरफ्तारी का ऐलान किया गया। इस अवधि के दौरान कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए दिल्‍ली पुलिस ने सारे इंतजाम कर लिए थे।

इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि गिरफ्तारी के दौरान सीबीआई मुख्यालय के इर्द-गिर्द दिल्‍ली पुलिस एवं सुरक्षा बलों के करीब 300 जवानों की तैनाती की गई थी। देर रात में इन जवानों की संख्या एक हजार के ऊपर पहुंच गई। नाम न बताने की शर्त पर दिल्‍ली पुलिस के एक अफसर ने बताया कि उनके पास इसके अलावा भी बड़ी तादाद में रिजर्व फोर्स है। करीब 15 हजार जवानों के लिए सुबह नाश्ता की व्यवस्था की गई थी। इससे इस बात का अंदाजा भी लगाया जा सकता है कि दिल्‍ली पुलिस किसी भी बड़े राजनीतिक विरोध और संघर्ष से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार थी।

राजनीतिक संघर्ष की आशंका

पुलिस का यह आंकलन था कि सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद सीबीआई मुख्यालय आम आदमी पार्टी के राजनीतिक विरोध का बड़ा अखाड़ा बन सकता है। इसके मद्देनजर पुलिस ने एहतियात के तौर पर सुरक्षा के इंतजाम किए थे। सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद दिल्‍ली पुलिस के अलावा केंद्रीय सुरक्षा बल की कई कंपनियों को रात में ही तैनात कर दिया गया। आप की महिला कार्यकर्ताओं से निपटने के लिए बड़ी तादाद में महिला जवानों की भी तैनाती की गई थी। लोधी रोड पर जांच एजेंसी के दफ्तर से जुड़े मार्गों को जोड़ने वाली सभी सड़कों पर बैरिकेडिंग लगा कर बंद कर दिया गया था।

सूत्रों के मुताबिक दिल्‍ली पुलिस ने सीबीआई मुख्यालय के अलावा विरोध के उन स्‍थानों को चिन्हित कर सुरक्षा व्यवस्था की रणनीति तैयार कर ली थी। उधर, रविवार की देर शाम तक यहां पर मौजूद मीडियाकर्मियों एवं आम लोगों के बीच अटकलों का दौर चलता रहा कि क्‍या सिसोदिया की गिरफ्तारी हो सकती है। शाम सात बजे सीबीआई द्वारा उनकी गिरफ्तारी के ऐलान के बाद कयासों का दौर खत्म हो गया। सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद इस पूरे इलाके में किसी तरह की राजनीतिक विरोध या हलचल नहीं हुई। इसके बावजूद जांच एजेंसी के मुख्यालय में रातभर केवल पुलिस और मीडियाकर्मियों का डेरा रहा।

सीबीआई मुख्यालय दुर्ग में तब्‍दील

सोमवार की सुबह सीबीआई मुख्यालय पूरा एक दुर्ग में तब्दील हो चुका था। मुख्यालय के प्रमुख मार्ग पर पुलिस ने तीन अतिरिक्त बैरिकेडिंग यानी सुरक्षा के तीन लेयर थी। सुबह दस बजे के बाद मुख्यालय में उच्‍च स्‍तर की बैठकों का सिलसिला चलता रहा। इसका अंदाजा भी यहां से निकलती वीआईपी गाड़ियों से लगाया जा रहा था। उधर, दक्षिण पुलिस की डीसीपी चंदन चौधरी ने सुबह से कई राउंड सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। यहां मौजूद मीडियाकर्मियों के लिए दो सवाल ही अहम थे।

पहला, क्‍या सिसोदिया को शारीरिक रूप से सीबीआई कोर्ट में पेश किया जाएगा और उनके मेडिकल जांच पर भी चर्चा गरम थी। मीडिया ने यह सूचना निकाल ली कि दो बजे के बाद सिसोदिया को कोर्ट में पेश किया जाएगा। समय के साथ मुख्यालय के बाहर मीडियाकर्मी की कौतुहलता भी बढ़ रही थी। जांच एजेंसी के दफ्तर से निकलने वाली हर वीआईपी गाड़ियों पर मीडियाकर्मियों की पैनी नजर थी। आखिरकार पुलिस चकमा देकर सिसोदिया को कोर्ट तक पहुंचाने में सफल रही।

दिल्‍ली पुलिस ने हिरासत में लिए गए नेताओं की संख्या को बदला

दिल्‍ली पुलिस ने रविवार को बताया कि कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए आप के 42 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। इसमें आठ महिला कार्यकर्ता भी शामिल हैं। आप के सांसद संजय सिंह और दिल्‍ली सरकार में मंत्री गोपाल राय समेत त्रिलोकपुरी विधायक रोहित कुमार महरौलिया, संगम विहार के विधायक दिनेश मोहनिया, कोंडली विधायक कुलदीप सिंह, पूर्व विधायक सरिता सिंह को पुलिस ने हिरासत में लिया था। पुलिस ने देर रात अपनी इस लिस्‍ट को छोटी कर दिया। दूसरी लिस्‍ट में 36 लोगों को हिरासत में लिए जाने की पुष्टि की। सोमवार को करीब 11 बजे दिल्‍ली पुलिस ने कहा कि सभी लोगों को छोड़ दिया गया है।

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