राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली शूटिंग प्रतियोगिता में गोल्ड लाने का कर रहे दावा, बेटे हर्ष डबास को भी बनाया शूटर, पिता पुत्र को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण और सहयोग की दरकार
दिल्ली पुलिस में हवलदार के पद पर कार्यरत राष्ट्रीय स्तर के निशानेबाज राजीव डबास अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीतने को बेताब हैं। राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली शूटिंग प्रतियोगिता में वह गोल्ड जीतने का दावा कर रहे हैं। उन्होंने स्टेट और राष्ट्रीय स्तर पर 18 मेडल जीत लिए हैं। हाल ही में भोपाल में हुई पिस्टल शूटिंग में उन्होंने गोल्ड तो केरल में राइफल शूटिंग में सिल्वर मेडल जीता। राजीव डबास का बेटा हर्ष डबास भी अच्छा खासा निशानेबाज बन चुका है। यदि इन पिता और पुत्र को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण और सहयोग मिल जाये तो राजीव डबास और उनका बेटा हर्ष डबास अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी निशानेबाजी में देश और समाज का नाम रोशन कर सकते हैं।
दरअसल दिल्ली पुलिस में हवलदार के पद कार्यरत राजीव डबास ने ड्यूटी में से ही समय निकलकर शूटिंग में अच्छा खासा प्रदर्शन किया है। किसान के बेटे राजीव डबास का अधिकतम समय गांव में ही बीतता है फिर भी उन्होंने निशानेबाजी में स्टेट और राष्ट्रीय स्तर पर 18 मेडल जीत लिए हैं। इन मेडलों में गोल्ड, सिल्वर और कांस्य सभी तरह के मेडल हैं।
दिलचस्प बात यह है कि राजीव डबास अपने बेटे हर्ष डबास को निशानेबाजी सीखा रहे हैं। वह भी अच्छा खासा निशानेबाज बन चुका है। राजीव डबास ने पीटीआई से बात करते हुए बताया कि ड्यूटी से ही समय निकालकर वह प्रैक्टिस करते हैं। उन्होंने पूर्व आईपीएस अधिकारी दीपक मिश्रा का उनकी सफलता में बड़ा योगदान बताते हुए बताया कि वह चैंपियनशिप के लिए उन्हें फ्री छोड़ देते थे।
गांव में संघर्ष करते हुए शूटिंग के लिए उन्होंने समय निकाला और भोपाल में पिस्टल की शूटिंग में गोल्ड तो केरल में रायफल की शूटिंग सिल्वर जीता। उन्होंने कहा कि आर्मी में शूटिंग के लिए प्रैक्टिस के लिए बहुत सुविधा है। यदि वहां पर उनको प्रैक्टिस करने का मौका मिल जाये तो वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी गोल्ड मेडल ला सकता है। उन्होंने बताया कि वह अपने बेटे को भी शूटर बना रहा है। यह भी अच्छा शूटर बन चुका है। मेडलों के लिए वह अपने परिवार और अधिकारियों को श्रेय देते हैं। अब वह नेशनल के लिए गोल्ड मेडल की तैयारी कर रहे हैं। ट्रायल तो उन्होंने क्वालीफाई कर लिया है।