डीसीपी को लिखा शिकायती पत्र, अम्बेडकर अस्पताल से पत्नी को मोटरसाइकिल पर बैठाकर घर जा रहा था युवक, ट्रैफिक पुलिस ने रोककर पत्नी के हेलमेट न लगाने पर मांगी 10000 रुपए की रिश्वत, झूठा मुकदमा दर्ज करने की दी धमकी
नई दिल्ली। जिला रोहिणी के सुखबीर नगर की गली नंबर 18 के 11 बी सेकंड फ्लोर के रहने वाले 31 वर्षीय रोहित कुमार ने रोहिणी जिले के बुद्ध विहार थाने के खिलाफ डीसीपी रिठाला को शिकायत की है। इस शिकायत में रोहित कुमार ने थाने के एसएचओ के साथ ही दूसरे स्टाफ पर उसकी पत्नी को नंगा करके पीटने और उसके साथ रेप करने और उसको खुद को भी नंगा कर पीटने का आरोप लगाया है।
रोहित कुमार डीसीपी को लिखी शिकायत में कहा है कि 14 जून को दोपहर 12 बजे के आसपास वह 28 वर्षीया अपनी पत्नी बोबी को मोटरसाइकिल पर बैठाकर अम्बेडकर अस्पताल से अपने घर जा रहा था। बुद्ध विहार नकली पर ट्रैफिक पुलिस ने उन्हें रोका और पास के पुलिस बूथ पर ले गए। रोहित कुमार का आरोप है कि बूथ पर तीन पुलिस कर्मियों ने पत्नी के हेलमेट न लगाने की बात कही। सिविल ड्रेस में पुलिस कर्मियों ने आकर उसकी पिटाई कर दी और झूठे मुकदमे में फंसाने की भी धमकी दी। ज्योति एएसआई ज्योति ने उसकी पत्नी के साथ मारपीट की और चालान काटने की भी धमकी दी। कहा कि कहां अदालत का चक्कर काटता घूमेगा। 10000 रुपए दे दे और जा। इतने में पुलिसकर्मियों ने वीडियो बनाने की बात कर मेरे साथ मारपीट की। हेलमेट फोरेंसिक जांच के लिए भेजने की धमकी दी और पर्स के ड्राइविंग लाइसेंस, गाड़ी की आरसी और 5000 रुपए निकाल लिए। मेरी पत्नी ने जब डेढ़ साल के बच्चे के भूखा होने और उसे दूध पिलाने की बात कही तो सब इंस्पेक्टर अनुराग कश्यप ने उससे कपड़े उतारने को कहा। महेंद्र यादव नामक कांस्टेबल ने पत्नी के सामने ही उसे नंगा करके पीटा। रोहित कुमार ने बताया कि 7-8 पुलिसकर्मियों ने उसके साथ मारपीट की। रोहित कुमार ने कहा है कि उसके सामने ही उसकी पत्नी को नंगा करके उसका रेप करने की कोशिश की गई। पुलिसकर्मी उससे जबरदस्ती सादे पेपर पर हस्ताक्षर करा रहे थे।
रोहित कुमार ने एस एच ओ पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उसने बताया कि ये पुलिस वाले उसे एसएचओ के पास ले गए और उस पर मुकदमा लगाने की बात कही। एसएचओ ने उसे ठाणे में बंद करने की धमकी दी। रोहित कुमार का यह भी कहना है कि उसके घर से फोन आ रहा था पर पुलिस वाले फोन काट दे रहे थे। करीब 5-6 बजे फोन उठाया तो घर वाले ने बताया कि तेरा भाई थाने में बंद है।
रोहित कुमार ने इस शिकायत की प्रति दिल्ली पुलिस कमिश्नर, मुख्यमंत्री, मानवाधिकार आयोग, हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश आदि को भी भेजी है।