ग्रेटर नोएडा। अखिल भारतीय किसान सभा के नेतृत्व में ग्रेटर नोएडा के किसानों-भूमिहीनों के वर्षों से लंबित जायज मुद्दों व अधिकारों को लेकर 58 दिन से लगातार दिन-रात चल रहे धरने से आज किसानों ने संघर्ष के अगले चरण में प्रवेश करते हुए 27 जून, मंगलवार को प्राधिकरण के सामने धरना स्थल पर महापंचायत की घोषणा की। धरने के 43 वें दिन 6 जून को हुए किसानों ये शांतिपूर्व घेरा डालो के बाद पुलिस द्वारा बिना उकसावे के अचानक धरने पर हमला कर धरने पर मौजूद किसानों को जेल भेज दिए जाने के बाद किसानों ने यह बड़ा ऐलान किया है।
महापंचायत की घोषणा करते हुए किसान सभा के नेताओं ने कहा कि जिस तरह शासन और पुलिस प्रशासन कानून का दुरुपयोग करते हुए पिछले 15 दिन से 33 किसानों को जेल में रखे हुए है वह निंदनीय है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। 27 जून की महापंचायत इसका जवाब मांगेगी। क्षेत्र और देश के लोग जानना चाहते हैं कि लोकतंत्र में शांतिपूर्ण आंदोलन करने वाले किसानों भूमिहीनों को प्रशासन कौन से कानून के तहत गांव में घर घर जाकर धमका कर पाबंद कर झूठे मुकदमे बनाकर आतंकित कर रहा है।
धरना स्थल पर डटे किसानों का कहना है कि धरना मजबूती से चल रहा है और आगे और मजबूत होगा तथा मुद्दों का समाधान होने तक जारी रहेगा। आज के धरने को किसान सभा के वित्त सचिव व पूर्व विधायक पी कृष्ण प्रसाद, भारतीय वीर दल के विजय सिंह रिस्तल, सीटू जिलाध्यक्ष गंगेश्वर दत्त शर्मा, जनवादी महिला समिति के नेता आशा यादव, किसान नेता जयवीर कसाना, किसान सभा के पुष्पेंद्र त्यागी, मनोज कुमार, हरिंदर खरी, नरेंद्र भाटी, अजीपल भाटी, राजवीर भाटी, टीकम महाशय, सुबे राम भाटी, मोहित नागर, सुशील कुमार, प्रधान प्रकाश प्रधान, भोजराज रावल, निखिल, प्रशांत, अशोक, तिलक देवी व गांवों के प्रतिनिधियों ने सम्बोधित किया। धरने का संचालन संदीप भाटी ने और अध्यक्षता श्रीमती ओमवती देवी ने की।