दिल्ली पुलिस पहलवान संगीता फोगाट को कुश्ती संघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के घर लेकर गई है। इससे पहले नाबालिग महिला पहलवान के पिता ने दावा किया था कि बृजभूषण सिंह के खिलाफ उन्होंने झूठी शिकायत दी थी।
Wrestlers Protest : पहलवान संगीता फोगाट को लेकर बृजभूषण सिंह के घर पहुंची दिल्ली पुलिस
क्राइम सीन रिक्रिएट करने संगीता फोगाट को बृजभूषण सिंह के घर लेकर पहुंची दिल्ली पुलिस
नई दिल्ली, पीटीआई। दिल्ली पुलिस पहलवान संगीता फोगाट को कुश्ती संघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के घर लेकर गई है। पुलिस यौन शोषण से जुड़े क्राइम सीन रिक्रिएट करने के लिए महिला पहलवान को लेकर शुक्रवार को पहुंची।
जानकारी के अनुसार, संगीता फोगाट के साथ महिला कांस्टेबल भी मौजूद हैं। सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली पुलिस पहलवान संगीता फोगाट को शुक्रवार यानी 09 जून को दोपहर 1 बजकर 30 मिनट पर दिल्ली स्थित बृजभूषण सिंह के घर लेकर पहुंची। पुलिस के साथ संगीता फोगाट WFI चीफ के निवर्तान अध्यक्ष के घर करीब आधे घंटे तक रही।
क्राइम सीन रिक्रिएट करने पहुंची पुलिस
क्राइम सीन रिक्रिएट करने के लिए संगीता फोगाट को लेकर दिल्ली पुलिस भाजपा सांसद के घर गई। इस दौरान पुलिस ने संगीता फोगाट से उन जगहों को याद करने के लिए कहा, जहां पर उन्हें यौन उत्पीड़न का सामना करना पड़ा था। इससे पहले गुरुवार को नाबालिग पहलवान (लड़की) के पिता ने कहा कि उन्होंने कुश्ती संघ के अध्यक्ष के खिलाफ झूठी शिकायत दी थी।
यौन शोषण की दी झूठी शिकायत : नाबालिग के पिता
पहलवा के पिता ने बताया कि उन्होंने बृजभूषण से कड़वाहट का बदला लेने के लिए यौन शोषण की झूठी शिकायत दी थी। पहलवान के पिता ने आगे कहा कि अब बातचीत शुरू हो गई है, सरकार ने पिछले साल मेरी बेटी की हार (एशियाई अंडर-17 चैंपियनशिप ट्रायल में) की निष्पक्ष जांच का वादा किया है, इसलिए यह मेरा भी कर्तव्य है कि मैं अपनी गलती सुधारूं।
पिता ने बताई कड़वाहट की वजह
उन्होंने कहा कि कुश्ती संघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण सिंह और उनकी बेटी के बीच टकराहट पर विस्तृत स्पष्टीकरण भी दिया। दोनों के बीच कड़वाहट लखनऊ में 2022 अंडर 17 एशियाई चैम्पियनशिप ट्रायल में हुई, जब नाबालिग फाइनल हार गई और भारतीय टीम में चयन से चूक गई। उन्होंने रेफरी के फैसले के लिए बृजभूषण शरण सिंह को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने कहा कि मैं गुस्से से भर गया था और फाइनल में रेफरी के फैसले के कारण मेरे बच्चे की एक साल की मेहनत बेकार चली गई थी और मैंने बदला लेने का फैसला किया। खास बात है कि पहलवान साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट 5 जून रेलवे में ओएसडी की नौकरी लौट आए।