दिल्ली पुलिस ने सराय रोहिल्ला थाना क्षेत्र में एक एटीएम से लगभग 15 लाख रुपये चोरी करने में शामिल एक गिरोह के पांच सदस्यों को किया है गिरफ्तार, पुलिस ने आरोपियों के पास से बरामद कर लिए हैं 14.90 लाख रुपये, पुलिस ने आरोपियों से 14.90 लाख रुपये 17 नंबर प्लेट 15 स्क्रूड्राइवर एक टूलबॉक्स 10 प्लस एक वायर कटर और एक हथौड़ा किया है बरामद
नई दिल्ली । दिल्ली पुलिस ने सराय रोहिल्ला थाना क्षेत्र में एक एटीएम से लगभग 15 लाख रुपये चोरी करने में शामिल एक गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 14.90 लाख रुपये बरामद कर लिया है।
पुलिस ने आरोपियों के बारे में जानकारी देते हुए सोमवार को कहा कि पुलिस टीम ने दिल्ली के सराय रोहिल्ला थाना क्षेत्र में एटीएम से लगभग 15 लाख रुपये चोरी करने के कथित रूप से शामिल एक गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान 27 वर्षीय यूपी के बुलंदशहर निवासी फरमान, करावल निवासी मोहम्मद दारा, नंद नगरी निवासी 32 वर्षीय वसीम, 25 वर्षीय इमरान और उस्मानपुर निवासी 20 वर्षीय अरमान के रूप में हुई है।
14.90 रुपये और 17 नंबर प्लेट बरामद
पुलिस ने आरोपियों से 14.90 लाख रुपये, 17 नंबर प्लेट, 15 स्क्रूड्राइवर, एक टूलबॉक्स, 10 प्लस, एक वायर कटर और एक हथौड़ा बरामद किया है।
पुलिस उपायुक्त (उत्तर) ने कहा कि आजाद के गिरोह के सदस्यों ने सीसीटीवी कैमरों के साथ छेड़छाड़ नहीं की, डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर भी नहीं हटाए और न ही एटीएम मशीनों को नहीं हटाया, लेकिन वह नकली नंबर प्लेटों के साथ चोरी की एसयूवी चलाते थे और चोरी करते समय खुद को नकाब में रहते थे।
डीसीपी नॉर्थ के मुताबिक, 2 जुलाई को पंजाब नेशनल बैंक की शहजादा बाग शाखा, सराय रोहिल्ला के दूसरे शाखा प्रबंधक सर्वेश कुमार यादव ने शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के बाद मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई। पुलिस टीम के सदस्यों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की।
सीसीटीवी फुटेज से यह स्थापित करने में मदद मिली कि आरोपी अपराध करने के लिए भूरे या काले रंग की क्रेटा कार में आए थे। हालांकि, फुटेज में न तो कार का रजिस्ट्रेशन नंबर और न ही आरोपियों के चेहरे साफ नजर आ रहे था। जबकि जांच में इंद्रलोक मेट्रो स्टेशन तक के कैमरों के जांचा था, जहां एक एक कैमरे में कार का पंजीकरण नंबर दिखाई दिया। संबंधित पोर्टल पर कार के पंजीकृत मालिक की खोज करने पर वह फर्जी पाया गया।
वहीं, ब्रेजा के मालिक, जिनकी पहचान पुलिस ने संजीव कुमार सहरावल के रूप में की गई। पूछताछ करने पर पता चला कि उनकी कार की नंबर प्लेट 1 और 2 जुलाई की मध्यरात्रि में चोरी हो गई थी और आदर्श नगर पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी भी दर्ज की गई थी।
अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने मजलिस पार्क के सीसीटीवी कैमरों को स्कैन करना शुरू कर दिया, जहां से ब्रेजा चोरी हुई थी। वहां पाया गया कि चोर क्रेटा में आए थे। वहीं, क्रेटा भी 29 जून को रोहिणी इलाके से चोरी हुई थी। उस क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज को स्कैन किया गया और जांचकर्ताओं ने पाया कि चोर लाल रंग की स्विफ्ट में आए थे, लेकिन उस पर बलेनो का पंजीकरण नंबर प्लेट था।
उन्होंने आगे कहा कि “हमारी टीम के सदस्यों ने स्विफ्ट द्वारा लिए गए मार्गों पर ध्यान केंद्रित किया। हमने अंततः इसके मूल पंजीकरण का पता लगाया और पाया कि यह उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के निवासी फरमान के नाम पर पंजीकृत था। फरमान से पूछताछ की गई और उसने अपराध कबूल कर लिया। उनसे पूछताछ के बाद पिछले हफ्ते चार अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी हुई और 14.90 लाख रुपये की बरामदगी हुई। उन्होंने खुलासा किया कि उन्होंने 2 जुलाई को रणजीत नगर में इसी तरह की एटीएम चोरी की थी।”