खोदना खुर्द गांव में की गई आंदोलन की समीक्षा, कमेटियों को सुदृढ़ करने भूमिहीनों युवाओं और महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने की आवश्यकता : रुपेश वर्मा
खोदना खुर्द गांव में आंदोलन की समीक्षा एवं रणनीतिक बैठक की गई। किसान सभा द्वारा किए गए फैसले के अनुसार हर गांव में कमेटियों की बैठक बुलाकर आंदोलन की रिपोर्टिंग समीक्षा और आगे की रणनीति बनाई जा रही है। इसी सिलसिले में बुधवार को खोदना खुर्द गांव में खोदना खुर्द गांव कमेटी की बैठक बुलाई गई, जिसमें जिला कमेटी के सदस्यों ने भी हिस्सा लिया। मीटिंग की अध्यक्षता ब्रह्मपाल सूबेदार ने की संचालन प्रीतम नागर ने की। कमेटी में किसान सभा और प्राधिकरण के बीच हुए समझौते के बारे में खोदना खुर्द कमेटी के सदस्यों को अवगत कराया गया।
इस अवसर पर किसान सभा के प्रवक्ता डॉ. रुपेश वर्मा ने कहा कि हमें अपनी कमेटियों को सुदृढ़ करने भूमिहीनों युवाओं और महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। खोदना खुर्द की कमेटी ने आंदोलन में उल्लेखनीय कार्य किया है आगे भी ऐसी ही उम्मीद है। कमेटी में और संगठन में जो कमियां बाकी रह गई हैं उन्हें दूर करने की आवश्यकता है।
वीर सिंह नागर ने संबोधित करते हुए कहा आंदोलन की अब तक की उपलब्धि ऐतिहासिक और उल्लेखनीय रही है। प्राधिकरण की ओर से निपटा दिए मुद्दों पर पुनः सरकार फैसला लेने के लिए तैयार हुई है जिसके बाबत हाई पॉवर कमेटी को नोटिफाइड दर 15 जुलाई से पहले निर्णय किया जाना है पहली बार ऐसा हुआ है। जिसमें जनप्रतिनिधि अफसर मंत्री और किसान भी शामिल हैं हाई पॉवर कमेटी के गठन से किसानों के पक्ष में फैसला आने की उम्मीद है जगबीर नंबरदार ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा डीएम के स्तर पर गठित कमेटी रोजगार के शासनादेश एवं सर्किल रेट के रिवीजन पर 15 जुलाई तक फैसला करेगी डीएम साहब ने अवगत कराया है कि एडीएम फाइनेंस के ट्रांसफर होने से उसमें कुछ विलंब हुआ है। नए एडीएम फाइनेंस के ज्वाइन करते ही तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी किसान सभा के जिला अध्यक्ष नरेंद्र भाटी ने कहा हम मुस्तैदी के साथ प्रशासन और प्राधिकरण के संपर्क में हैं किसान सभा के जिला कमेटी ने निर्णय किया है कि फॉलोअप के लिए 11 सदस्यों की कमेटी गठित की जाए जो प्रशासन और प्राधिकरण के अधिकारियों से मिलकर समझौते को लागू कराने के बारे में मिलती रहे और उसके बारे में किसान सभा व क्षेत्र के सभी किसानों को अवगत कराती रहे किसान सभा के सचिव संदीप भाटी ने कहा कि आंदोलन में महिलाओं की भूमिका सबसे अधिक उल्लेखनीय रही है महिलाओं को संगठित किया जाना अति आवश्यक है महिलाओं की वजह से ही सरकार और प्रशासन को किसानों की मांगों पर उल्लेखनीय फैसला करना पड़ा।
किसान सभा के जिला सचिव मनोज प्रधान ने संगठन का और विस्तार करने की आवश्यकता बताई और किसान सभा के फैसले को उचित ठहराते हुए कहा कि गांव स्तर पर कमेटियों की बैठक कर आंदोलन के फैसले के बारे में कमेटियों को रिपोर्टिंग करना अति आवश्यक है इसी सिलसिले में गांव में किसान सभा की मेंबरशिप और कमेटियों का विस्तार करना भी आवश्यक है एवं जिन गांवों में कमेटियों का गठन नहीं हुआ है वहां भी हमें 15 जुलाई तक कमेटियों का गठन कर लेना चाहिए हमें प्राधिकरण के प्रति अत्यंत सजग रहने की आवश्यकता है प्राधिकरण का विगत इतिहास वादाखिलाफी कर रहा है यदि प्राधिकरण 15 जुलाई तक समझौते को लागू नहीं करता है तो 20000 की संख्या में किसान सभा को प्राधिकरण पर तुरंत धरना प्रदर्शन शुरू कर देना चाहिए। अजब सिंह नेताजी जुनपत ने संबोधित करते हुए कहा कि आंदोलन के दबाव में आबादियों की सुनवाई शुरू हुई है पूर्व में हो चुकी 10 गांव की सुनवाई के संबंध में प्रस्ताव बोर्ड बैठक में जाना है इस संबंध में हमें लगातार प्राधिकरण में किसानों की मदद करनी है और पूरी तरह मुस्तैद रहना है। जितेंद्र मैनेजर ने प्राधिकरण को चेतावनी देते हुए कहा यदि प्राधिकरण फैसले से जरा भी पीछे हटी विधानसभा की पूरी तैयारी है और हजारों की संख्या में पुनः प्राधिकरण पर हल्ला बोल दिया जाएगा।
बैठक में निशांत रावल निरंकार प्रधान अशोक आर्य हरेंद्र खारी बिजेंद्र नागर सुरेंद्र भाटी इंद्रजीत भाटी अजय पाल भाटी यतेंद्र मैनेजर अबे भाटी मोनू मुखिया गवरी मुखिया राजीव नगर महाराज सिंह प्रधान रणधीर यादव अमित यादव सुरेश यादव बुध पाल यादव ज्ञानू पंडित जी महेश गुर्जर प्रशांत भाटी अजब सिंह नेताजी जनपद विनोद भाटी जनपद मोहित भाटी जनपद मोहित नागर धूम खेड़ा महेश प्रजापति एवं गांव कमेटी के अन्य सदस्य और अनेकों गांव वासी उपस्थित रहे।