सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स, एसआईटी और पुलिस हैं मोदी के महारथी
शिवसेना के बाद एनसीपी और अब जदयू को तोड़ने की कवायद
चरण सिंह राजपूत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष के लिए एक चक्रव्यूह की रचना की है। इस चक्रव्यूह में सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स, पुलिस, एसआईटी मोदी के महारथी हैं। गृह मंत्री अमित शाह इस चक्रव्यूह में जयद्रथ हैं। मतलब जो विपक्ष की लामबंदी, एकता और आंदोलन की मजबूती होगी उसे चुनावी महाभारत में जाने से रोकने की जिम्मेदारी अमित शाह की है।
मतलब विपक्ष के नेताओं को मोदी की इस चक्रव्यूह का सामना करना पड़ेगा। जो नेता मोदी के पाले में आ जाएगा उसको इस चक्रव्यूह से गुजरना नहीं पड़ेगा। ऐसे में प्रश्न उठता है कि यदि भ्रष्ट और घोटालेबाज नेताओं को बीजेपी में आने या फिर अपनी पार्टी से बगावत करने पर उन्हें बचा लिया जाता है तो फिर मोदी के भ्र्ष्टाचार विरोधी अभियान का क्या होगा ? जो मोदी चिल्ला चिल्ला कर कार्रवाई की गारंटी देते हैं वे क्या सत्ता के लिए यह सब कुछ कर रहे हैं। मतलब जो उनके दबाव में आ जाए तो अब कुछ ठीक और जो न आये उसे जेल भिजवा देंगे। महाराष्ट्र में उन्होंने यह काम शुरू कर दिया है। शिवसेना के बाद अब एनसीपी में शरद पवार के भतीजे से पार्टी में बगावत कराकर पार्टी को तुड़वा दिया है।
अजित पवार को शिंदे सरकार में उप मुख्यमंत्री बनवाकर शिवसेना के दो फाड़ करा दिए हैं। छगन भुजबल और प्रफुल्ल पटेल जैसे नेता जो शरद पवार के खासमखास रहे उन्होंने पाला बदल लिया। दरअसल इन नेताओं पर सीबीआई, ईडी का शिकंजा था। कुछ लोग तो इसे शरद पवार का ही गेम बता रहे हैं। हालांकि शरद पवार ने प्रफुल्ल पटेल समेत दूसरे नेताओं पर एक्शन लेकर अजित पवार के साथ गए विधायकों की अयोग्यता की ओर कदम उठा दिया है। बिहार में भी बीजेपी ने जदयू में टूट का राग अलापना शुरू कर दिया है। विपक्ष की लामबंदी के बीच पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा है कि जदयू के कई नेता उनके संपर्क में हैं। लोजपा के नेता चिराग पासवान ने भी जदयू के कई सांसद और विधायकों के उनके सम्पर्क में आने की बात कही है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने तो यहां तक कह दिया है कि बहुत जल्द जदयू क कई विधायक और सांसद फुर्र हो सकते हैं।
उधर लैंड फॉर जॉब मामले में तेजस्वी यादव पर सीबीआई ने पूरी तरह से शिकंजा कस दिया है। दिल्ली राउज एवेन्यू कोर्ट में नए सिरे से तेजस्वी यादव केस बनाया गया है। 12 जुलाई को सुनवाई होनी है। कुल मिलाकर मोदी के चक्रव्यूह से विपक्ष के नेता जूझ रहे हैं।