शारदा नाम की इस महिला उसके नाती के इलाज के लिए अस्पताल आई थी और वह उसके साथ वहां थी। रात में खाना खाने के बाद बाथरूम में वह बर्तन धोने गई थी तभी उसके ऊपर वह प्लास्टर का भारी और बड़ा टुकड़ा गिर गया जिससे उसके सिर में चोट लगी। फिर एक व्यक्ति ने उसे वहां से उठाया और महिला को प्राथमिक उपचार के लिए ले जाया गया।
बाहरी दिल्ली । मंगोलपुरी के संजय गांधी अस्पताल में बीती रात बाथरूम की छत का प्लास्टर गिरने से एक महिला घायल हो गई। महिला के सिर में चोट आई है, लेकिन अब उसकी हालत स्थिर है। बताया जा रहा है कि अस्पताल के दूसरे फ्लोर पर हुई इस घटना की मुख्य वजह देखरेख की कमी है।
अस्पताल की दीवारों की लंबे वक्त से मरम्मत या रंगाई-पुताई नहीं की गई जिसकी वजह से इसमें सीलन आ गई और इस वजह से दीवारों में जगह-जगह प्लास्टर झड़ रहे हैं।ऐसे में जब रविवार की रात जब महिला बाथरूम में गई तब उसके ऊपर प्लास्टर का बड़ा हिस्सा गिर गया।
शारदा नाम की इस महिला उसके नाती के इलाज के लिए अस्पताल आई थी और वह उसके साथ वहां थी। रात में खाना खाने के बाद बाथरूम में वह बर्तन धोने गई थी तभी उसके ऊपर वह प्लास्टर का भारी और बड़ा टुकड़ा गिर गया जिससे उसके सिर में चोट लगी। फिर एक व्यक्ति ने उसे वहां से उठाया और महिला को प्राथमिक उपचार के लिए ले जाया गया।
मरीजों में दहशत का माहौल
महिला के अनुसार यह गनीमत रहा कि उसका नाती उसके साथ नहीं गया अन्यथा उसे भी चोट लग सकती थी। इस घटना के बाद अस्पताल में मौजूद अन्य मरीजों में भी दहशत का माहौल है।
हालांकि महिला की हालत अब ठीक बताई जा रही है, लेकिन अस्पताल के विभिन्न विभागों के पुराने भवन में ऐसी ही स्थिति बनी हुई है, जिससे दूसरे हादसे होने की आशंका बनी हुई है।
छतों की सीलिंग से प्लास्टर निकल रहे हैं और पपड़ियां निकल रही हैं। इसलिए अस्पताल के इस पुराने भवन को लेकर लोगों के मन में आशंकाएं उठने लगी हैं। यहां हर दिन हजारों की संख्या में मरीज इलाज के लिए आते हैं जिनके साथ ऐसी घटनाएं हो सकती हैं। यहां मंगोलपुरी, सुल्तानपुरी, रोहिणी सहित ग्रामीण इलाकों से भी लोग इलाज के लिए आते हैं।