क्या केंद्र और केजरीवाल सरकार का विवाद यहां तक पहुंच गया है ? डीयू केंद्र सरकार के अधीन आती है। शायद यही वजह रही कि 22 सितंबर को प्रस्तावित छात्र संघ चुनाव में छात्रों का अति उत्साह विश्वविद्यालय के लिए मुसीबत बन गया है। छात्रों ने पोस्टर और बैनर से वि.और कॉलेजों की दीवारों को पाट दिया है। अब इस मामले में एमसीडी ने सख्त रुख अपनाया है। एमसीडी ओर से डीयू के कुलसचिव के नाम पत्र लिखकर ऐसे बैनर और पोस्टर को 21 अगस्त तक हटाने के निर्देश दिए हैं।
नई दिल्ली । डीयू में 22 सितंबर को प्रस्तावित छात्र संघ चुनाव में छात्रों का अति उत्साह विश्वविद्यालय के लिए मुसीबत बन गया है। छात्रों ने पोस्टर और बैनर से वि.और कॉलेजों की दीवारों को पाट दिया है। अब इस मामले में एमसीडी ने सख्त रुख अपनाया है।
MCD का DU को पोस्टर हटाने का निर्देश
एमसीडी की ओर से डीयू के कुलसचिव के नाम पत्र लिखकर ऐसे बैनर और पोस्टर को 21 अगस्त तक हटाने के निर्देश दिए हैं। अगर यह नहीं हटाए गए, तो डीयू और अन्य पर एफआइआर की कार्रवाई की जा सकती है।
एमसीडी के डिप्टी कमिश्नर सिविल लाइंस जोन बीपी भारद्वाज की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि जी-20 शिखर सम्मेलन की बैठकें अगले माह होनी हैं। गृह मंत्रालय समेत तमाम एजेंसियां और अधिकारी लगातार निरीक्षण कर हालात का जायजा ले रहे हैं।
एलजी ने जी-20 से संबंधित कार्यों के लिए निगरानी समिति और नामित समन्वयकों का गठन किया है, जिसमें प्रत्येक कार्य को समय से पूरा किया जाना है।
यह कानून का है उल्लघंन
इसको लेकर एमसीडी के सिटी एसपी जोन और सिविल लाइन जोन के अधिकार क्षेत्र में दिल्ली वि. क्षेत्र के प्रारंभिक निरीक्षण के दौरान यह देखा गया है कि दीवारें बड़े पैमाने पर बदहाल हैं। डूसू की चुनाव प्रक्रिया की चलते स्थिति और भी खराब हो गई है। यह कार्य कानूनों का खुला उल्लंघन है। अपराध की श्रेणी में आता है। डीयू प्रशासन को सलाह दी जाती है कि वे अपने नियमों के अनुसार पोस्टर, बैनर, होर्डिंग्स और लेखन को निर्दिष्ट स्थानों तक सीमित रखें।
इसके अलावा वि. प्रशासन को होर्डिंग, पोस्टर, पंखों आदि के संदर्भ में किए गए सभी सामग्री को हटाने का निर्देश दिया गया है। 21 अगस्त तक इन्हें नहीं हटाया गया तो डीयू प्रशासन और अन्य संबंधितों के खिलाफ एफआआर की कार्रवाई की जाएगी।
पोस्टर और बैनर से पटी हैं दीवारें
16 अगस्त से नया सत्र शुरू होने के बाद छात्र संगठन काफी सक्रिय हो गए हैं। सभी ने कालेजों में डेस्क स्थापित की हैं। छात्र संगठन पोस्टरों के जरिये नए छात्रों से जुड़ने की अपील कर रहे हैं। कई छात्रों ने खुद को प्रत्याशी घोषित करने के लिए पोस्टर बनाकर कालेजों की दीवारों को पाट दिया है।