दिल्ली पुलिस ने नाबालिग से कई बार दुष्कर्म करने वाले आरोपी अफसर पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। अब जानकारी आ रही है कि दिल्ली पुलिस की टीम अधिकारी के बुराड़ी स्थित आवास पर पहुंची है जहां उसके घर में मौजूद महिलाओं से पूछताछ की। पुलिस का आरोपी के घर के अंदर का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी अधिकारी के घर पहुंची दिल्ली पुलिस
पुलिस टीम ने परिवार के सदस्यों से की पूछताछ
सीएम केजरीवाल ने आरोपी अफसर को किया सस्पेंड
केजरीवाल से सीख लें पीएम मोदी
दिल्ली दर्पण ब्यूरो
नई दिल्ली । पीएम मोदी भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई करने की गारंटी देते हैं, बलात्कारियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की बात करते हैं पर उनके सांसद और कुश्ती फेडरेशन के निर्वतमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर तो अंतररष्ट्रीय पहलवानों ने यौन शोषण का आरोप लगाया। एफआईआर भी सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दर्ज दी गई। पीएम मोदी ने अपने सांसद को पार्टी से निकालना दो दूर पर वह उन्हें सस्पेंड भी न कर पाए। इधर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को देखो महिला बाल विकास विभाग के उस अधिकारी के खिलाफ न केवल एफआईआर दर्ज कराई बल्कि सस्पेंड भी कर दिया है।
दिल्ली पुलिस ने नाबालिग से कई बार दुष्कर्म करने वाले आरोपी अफसर पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। उत्तरी दिल्ली के डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया है कि आरोपित डिप्टी डायरेक्टर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ चल रही है। डीसीपी ने ये भी बताया कि आरोपित का बयान दर्ज किया जा रहा है।
डीसीपी सागर सिंह ने ये भी जानकारी दी है कि पुलिस आरोपी के साथ ही उसकी पत्नी से भी पूछताछ कर रही है। अगर मामले में किसी और गवाह या आरोपित की भूमिका सामने आती है तो उनकी भी जांच होगी।
प्राप्त सूचना के अनुसार, दिल्ली पुलिस की एक टीम आरोपित अधिकारी के बुराड़ी स्थित आवास पर पहुंची, जहां उसके घर में मौजूद महिलाओं से पूछताछ की। आरोपी के घर के अंदर का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
अब इस मामले में उत्तरी दिल्ली के डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया, “उत्तरी जिले के बुराड़ी थाने में एक मामला दर्ज किया गया था। 17 वर्षीय लड़की ने अक्टूबर 2020 में अपने पिता के निधन के बाद लड़की को उसके पिता के पारिवारिक मित्र के घर भेज दिया गया जो कि इस मामले में आरोपी (दिल्ली सरकार का अधिकारी) है।
पुलिस अधिकारी ने आगे कहा कि नवंबर-दिसंबर 2020 और जनवरी 2021 में उसके स्थानीय अभिभावक ने उसके साथ दुष्कर्म किया। जब वह गर्भवती हो गई तो उसने यह बात आरोपी की पत्नी को बताई तो महिला ने उसे गर्भपात की गोलियां खिला दीं और धमकी दी, जिसके बाद लड़की तनाव में रहने लगी और फिर उसको पैनिक अटैक भी आने लगे।
बयान दर्ज कराने के लिए फिट नहीं है पीड़िता : पुलिस
वहीं, तबीयत खराब होने पर इलाज के लिए डॉक्टर से बातचीत, थेरेपी और काउंसलिंग के दौरान घटना सामने आई। डॉक्टरों ने सलाह दी है कि लड़की बयान देने के लिए फिट नहीं है। लड़की के बयान दर्ज होने के बाद मामले में आगे कार्रवाई की जाएगी।’
सीएम ने मुख्य सचिव से मांगी रिपोर्ट
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस मामले में एक्शन लेते हुए आरोपित अधिकारी को सस्पेंड कर दिया है और मुख्य सचिव को इस मामले में आज शाम पांच बजे तक रिपोर्ट पेश करने का भी आदेश दिया है।
वहीं, सीएम ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मैंने इस मामले में मुख्य सचिव को आरोपी अधिकारी को सस्पेंड करने के आदेश दिए हैं और मामले की शाम पांच बजे तक एक विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी है। साथ ही उन्होंने कहा कि मैं पुलिस से अपील करता हूं कि आरोपी को जल्द-से-जल्द गिरफ्तार करें।
मानवता को शर्मसार करती है यह घटना : आप नेता
इस मामले में दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह एक भयानक घटना है…इस घटना ने मानवता को शर्मसार कर दिया है। अब तक कार्रवाई हो जानी चाहिए थी। कार्रवाई नहीं होने पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने खुद अधिकारी को सस्पेंड करने का आदेश दिया है।
रक्षक बने भक्षक तो कहां जाए लड़कियां : स्वाति मालीवाल
वहीं, दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने नाबालिग से दुष्कर्म मामले में दिल्ली पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने समाचार एजेंसी से बातचीत करते हुए कहा कि दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग में उप निदेशक के पद पर बैठे सरकारी अफसर ने एक बच्ची से कई बार दुष्कर्म किया। यह बहुत ही शर्मनाक घटना है।
पुलिस ने अभी तक उसको गिरफ्तार नहीं किया है। हमने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है, जिसका काम बेटियों की सुरक्षा करना था, लेकिन वही भक्षक बन जाये तो लड़कियां कहां जाए! जल्द ही आरोपी की गिरफ्तारी होनी चाहिए!
धरने पर बैठीं स्वाति मालीवाल
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल दुष्कर्म पीड़िता से मिलने अस्पताल पहुंचीं हैं, लेकिन अस्पताल में खड़े सुरक्षा गार्ड उन्हें बच्ची ने मिलने नहीं जाने दे रहे हैं। इसके बाद स्वाति अस्पताल परिसर में धरने पर बैठकर विरोध जताया है।
क्या है मामला
रविवार को एक नाबालिग लड़की ने अपने साथ हुई हैवानियत की शिकायत दिल्ली पुलिस को दर्ज कराई थी। पीड़िता ने अपने पिता के दोस्त पर साल 2020-21 के बीच कई बार दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। पीड़िता ने शिकायत में बताया कि वह अपने पिता की मौत के बाद डिप्रेशन से जूझ रही थी। उसी दौरान आरोपित ने मौके का फायदा उठाकर कई बार दुष्कर्म किया।
आरोपित की पत्नी ने दी गर्भपात की गोलियां
पीड़िता ने अपनी शिकायत में ये भी बताया कि आरोपित व्यक्ति की पत्नी ने इस कृत्य में उसका साथ दिया, क्योंकि जब वह गर्भवती हो गई तो उसने उप निदेशक की पत्नी को इस बारे में बताया। अपराध की रिपोर्ट करने के बजाए आरोपी की पत्नी ने उसे मामले को दबाए रखने की सलाह दी और अपने बेटे से गर्भपात की गोलियां मंगा कर पीड़िता को खिला दिया। फिलहाल पीड़िता का अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस ने उसका बयान दर्ज कर लिया है और अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद पुलिस उसे स्थानीय मजिस्ट्रेट के पास ले जाकर उसका बयान दर्ज कराएगी।