सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर कहा है कि लालू यादव की जमानत को रद्द कर दिया जाए, लालू को इससे पहले झारखंड हाईकोर्ट ने जमानत दे दी थी
दिल्ली दर्पण ब्यूरो
नई दिल्ली। इस बार का लोकसभा चुनाव साम दाम दंड भेद का होगा। मोदी सरकार विपक्ष के नेताओं को जरा सा भी बख्शने को तैयार नहीं है। लालू प्रसाद यादव को तो बिल्कुल भी नहीं बख्शा जाएगा। लोगों को यह भी समझ लेना चाहिए कि देश के सभी तंत्र पीएम मोदी के हिसाब से चल रहे हैं। न्यायपालिका में भी पूरा हस्तक्षेप है। तेजस्वी यादव लैंड ऑफर जॉब मामले में आरोपी हैं तो आज ही डबल मॉर्डर मामले में सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट का आदेश पलट कर राजद नेता प्रभुनाथ सिंह को दोषी करार दिया है। मोदी सरकार पर पूरी तरह से आक्रामक हो रहे लालू प्रसाद को फिर से जेल भेजने की तैयारी हो रही है। यह अपने आप में दिलचस्प है कि लालू यादव की जमानत को चुनौती देने वाली सीबीआई की याचिका पर सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट भी एकदम तैयार हो गया। जल्द ही सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई हो सकती है।
जमानत के खिलाफ सीबीआई
दरअसल लंबे समय से बीमार चल रहे लालू यादव को झारखंड हाईकोर्ट की तरफ से जमानत दी गई थी, जिसका सीबीआई ने विरोध किया। जमानत दिए जाने के बाद सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया, साथ ही इस याचिका पर जल्द से जल्द सुनवाई के लिए भी अर्जी लगाई… जिसके बाद अब सुप्रीम कोर्ट ने याचिका को सूचीबद्ध कर दिया है. सीबीआई ने कोर्ट में कहा है कि लालू यादव की जमानत को रद्द कर दिया जाए।
लालू की बढ़ सकती हैं मुश्किलें
लालू प्रसाद यादव को जमानत दिए जाने के बाद इसी साल अप्रैल में जेल से रिहाई मिली थी। इसके बाद वो कई चुनावी मंचों पर भी नजर आए थे। सीबीआई इस बीच उनकी जमानत का लगातार विरोध कर रही थी, साथ ही सुप्रीम कोर्ट का रुख भी किया था। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका को लिस्ट नहीं किया, इसके बाद जल्द सुनवाई को लेकर अर्जी दी गई। अब अगर सीबीआई सुप्रीम कोर्ट में ये साबित करने में सफल रहती है कि लालू यादव को जमानत नहीं दी जानी चाहिए तो आरजेडी नेता को फिर से जेल जाना पड़ सकता है।
चारा घोटाले में फंसे लालू यादव
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी नेता लालू प्रसाद यादव के खिलाफ चारा घोटाला मामले में कई मामले चल रहे हैं, जिनमें सभी में उन्हें दोषी करार दिया गया. चार मामलों में पहले ही लालू को जमानत मिल गई थी। इस घोटाले से जुड़ा पांचवा मामला रांची के दोरंदा कोषागार से 139 करोड़ रुपये की अवैध निकासी का था, इस मामले में भी रांची में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने 2022 में लालू को दोषी करार दिया था और तीन साल की सजा सुनाई। ये चारा घोटाले से जुड़ा सबसे बड़ा मामला था. पूरा चारा घोटाला 900 करोड़ से भी ज्यादा का बताया जाता है।