पुराना लोहा पुल के पास सोमवार शाम सात बजे 203.37 मीटर जलस्तर था। अब यह 204 मीटर के ऊपर है। अधिकारियों का कहना है कि हरियाणा के यमुनानगर के हथनी कुंड बैराज से पिछले दिनों की तुलना में ज्यादा पानी छोड़ा जा रहा है। पिछले दिनों 10 हजार क्यूसेक से कम पानी छोड़ा जा रहा था। यह 26 जुलाई के बाद सबसे अधिक है।
दिल्ली दर्पण ब्यूरो
नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश में मूसलधार वर्षा से दिल्ली में यमुना के जलस्तर में वृद्धि हो रही है। मंगलवार सुबह जलस्तर 204 मीटर के ऊपर पहुंच गई। शाम तक इसके 205 मीटर के स्तर तक पहुंचने की आशंका जताई जा रही है। सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि स्थिति पर नजर रखी जा रही है। पिछले माह की तरह स्थिति गंभीर होने की संभावना नहीं है।
हथनी कुंड बैराज से छोड़ा जा रहा ज्यादा पानी
पुराना लोहा पुल के पास सोमवार शाम सात बजे 203.37 मीटर जलस्तर था। अब यह 204 मीटर के ऊपर है। अधिकारियों का कहना है कि हरियाणा के यमुनानगर के हथनी कुंड बैराज से पिछले दिनों की तुलना में ज्यादा पानी छोड़ा जा रहा है। पिछले दिनों 10 हजार क्यूसेक से कम पानी छोड़ा जा रहा था।
यह सोमवार सुबह नौ बजे 75 हजार क्यूसेक से ज्यादा हो गया, यह 26 जुलाई के बाद सबसे अधिक है। सोमवार देर रात को भी 75 हजार क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया। मंगलवार को प्रति घंटे 33 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
केंद्रीय जल आयोग दिल्ली में यमुना का जलस्तर अपराह्न तीन बजे 203.48 मीटर था और इसमें वृद्धि होगी। मंगलवार को जलस्तर 204.5 मीटर के चेतावनी स्तर को छू सकता है।
जुलाई के मध्य में दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड में हुई मूसलधार वर्षा के कारण 13 जुलाई को यमुना नदी का जलस्तर रिकार्ड 208.66 मीटर तक पहुंच गया था। 10 जुलाई से लगातार आठ दिनों तक नदी खतरे के निशान 205.33 मीटर से ऊपर थी।