Women Quota Bill In Rajya Sabha Today: तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि देश में सात प्रतिशत मुस्लिम महिलाएं हैं, लेकिन लोकसभा उनका प्रतिनिधित्व सिर्फ 0.7 प्रतिशत ही है
Reservation Bill) को लेकर सत्ताधारी दल और विरोधी दलों के बीच सियासी घमासान चरम पर है। आज राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल पास होना लगभग तय है. इस बीच एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी (AIMIM Chief Asaduddin Owaisi) की पार्टी द्वारा इस बिल का विरोध करने पर दिल्ली बीजेपी के उपाध्यक्ष कपिल मिश्रा (Kapil Mishra) ने पलटवार किया है। उन्होंने ओवैसी के बयान का जवाब देते हुए कहा है कि ओवैसी शगुन का काला टीका है। इसलिए कर रहे महिला आरक्षण का विरोध। आज राज्यसभा में यह बल पास हो जाएगा।
OBC और मुस्लिम कोटा अलग से क्यों नहीं?
कपिल मिश्रा का यह बयान उस समय आया है जब गुरुवार को राज्यसभा में महिला आरक्षण विधेयक (नारी शक्ति वंदन अधिनियम बिल) पर चर्चा जारी है। इससे पहले लोकसभा में इस बिल पर बहस के दौरान ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहदुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इसका विरोध करते हुए कहा था, ‘मैं इस बिल का विरोध करता हूं। इस बिल को लेकर यह दलील दी गई है कि इससे और अधिक महिलाएं संसद और विधानसभा में चुनकर आएंगी। इसमें ओबीसी और मुस्लिम महिलाओं के लिए प्रावधान क्यों नहीं किया गया है.’
मुस्लिम महिला का प्रतिनिधित्व 0.7%
तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि देश में सात प्रतिशत मुस्लिम महिलाएं हैं, लेकिन लोकसभा उनका प्रतिनिधित्व सिर्फ 0.7 प्रतिशत ही है। इसी तरह मुस्लिम लड़कियों का ड्रॉप आउट 19 प्रतिशत है. अन्य समुदाय में यह केवल 12 प्रतिशत है। आज भी आधी मुस्लिम महिलाएं अशिक्षित हैं, मोदी सरकार लोकसभा में सवर्ण महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाना चाहती है। मुस्लिम और ओबीसी महिलाओं का प्रतिनिधित्व नहीं बढ़ाने में इनकी कोई रुचि नहीं है। बता दें लोकसभा से महिला आरक्षण बिल पहले ही पास हो चुका है।आईएमआईएम को छोड़कर सभी सांसदों ने बिल का समर्थन किया।