-दिल्ली दर्पण ब्यूरो
दिल्ली। लोग अपने शौक और जुनून के लिए क्या क्या नहीं करते। वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का भी एक ऐसा ही जुनून है। दिल्ली के केंद्रीय विद्यालय के छात्र कृष्णा प्रियम सिंह को भी 12 वर्ष के उम्र से ही वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का जुनून था जिसने उसने 16 साल की उम्र में पूरा किया। कृष्णा ने अपनी नाक से इंग्लिश वर्णमाला में सबसे तेज़ गति से टाइपिंग स्पीड का गिनीज वर्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया है। कृष्णा की टाइपिंग स्पीड 22.83 सेकंड है। इससे पूर्व का रिकॉर्ड 25. 66 सेकड़ का था।
कृष्णा की रुचि हमेशा से ही परम्परागत गतिविधियों से हटकर रही है। स्पीड क्यूबिंग ,स्पोर्ट्स , स्केटिंग और शतरंज का खेलने का शौक रखने वाले कृष्णा 12 साल की उम्र से ही विश्व रिकॉर्ड बनाने की धुन सवार थी। नाक से इंग्लिश की वर्णमाला टाइप करने के लिए इस बच्चे ने 15 साल की उम्र में रिकॉर्ड के लिए आवेदन किया , एक साल में इसकी मंजूरी मिली और अब कृष्णा ने यह वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। एक मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाले कृष्णा के पिता भारतीय वायु सेना के पूर्व सार्जेंट है और अब दिल्ली मेट्रो में काम करते है। अपने इस सफलता का श्रेय कृष्णा अपने माता पिता को देते है।
Yay ☺