-अंशु ठाकुर , दिल्ली दर्पण टीवी
दिल्ली l दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल 22 सितम्बर को जंतर मंतर पर ‘जनता की अदालत’ कार्यक्रम का आयोजन करेंगे . अरविन्द केजरीवाल इस साल मार्च में भ्रस्टाचार के आरोप में जेल भेज दिया गया था. अरविन्द केजरीवाल करीब पांच महीनो तक जेल में रहे.और अभी हाल ही में सुप्रीम कोर्ट द्वारा मिली जमानत पर अरविन्द केजरीवाल जेल से बहार आये . और जेल से बहार आने के बाद अरविन्द केजरीवाल ने अपने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और आतिशी को दिल्ली की नयी मुख्यमंत्री घोषित कर दिया .
इनसबके साथ ही अरविन्द केजरीवाल ने ये भी ऐलान कर दिया था कि, “ईमानदारी की उनकी राजनीति” के आधार पर उनके भविष्य का फैसला अब जनता करेगी . जिसके बाद अब जंतर-मंतर पर 11 बजे जनता की अदालत का आयोजन होगा और इस दौरान केजरीवाल लोगों को संबोधित करेंगे.
= केजरीवाल का अब तक का सफर
अरविन्द केजरीवाल ने पहली बार अन्ना हज़ारे के साथ भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी और इन दिनों वो काफी सुर्खियों में आये थे. साल 2000 में आयकर विभाग कि नौकरी चोर्ने के बाद उन्होंने ‘सुचना का अधिकार’ कार्यकर्ता के रूप में काम किया. साल 2011 में वो अन्ना हज़ारे के साथ भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से जुड़ गए. और इसके बाद आगे चलकर अरविन्द केजरीवाल ने अपनी पार्टी बनाई .
साल 2014 में अरविन्द केजरीवाल द्वारा गठित कि गयी आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधान चुनाव में 70 में से 28 सीटों पर जीत हासिल की. इसके बाद 2015 के विधान सभा चुनाव में 67 सीटों पर और 2020 के विधानसभा चुनाव में 62 सीटों पर जीत हासिल की. जिसके बाद आम आदमी पार्टी , भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बाद राष्ट्रीय की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गयी है.