- अंशु ठाकुर , दिल्ली दर्पण टीवी
दिल्ली l दिल्ली की तीनों लैंडफिल साईट्स भलस्वा लैंडफ़िल साइट, गाज़ीपुर लैंडफ़िल साइट और ओखला लैंडफ़िल साइट को जल्द ही ख़त्म करने की तैयारी चल रही है जिसके बाद दिल्ली में ये तीनो कूड़े के पहाड़ नहीं दिखेंगे. पहले फेज के काम ख़त्म होने के बाद एमसीडी दुसरे फेज में कूड़े को ख़त्म करने का काम शुरू करने वाली है .
आपको बता दे कि दो साल बाद यहाँ से करीब 70 फीसदी गन्दगी ख़त्म हो जायेगी और बाकी की 30 फीसदी गंदगी इसके अगले साल ख़त्म हो जायेगी .
दिल्ली से कचरा ख़त्म करने के लिए एमसीडी अपनी क्षमता बढ़ा रही है .
दिल्ली के गाजीपुर, भलस्वा व ओखला सैनेटरी लैंडफिल साइट पर दो साल पहले तक कूड़े के पहाड़ साल-दर साल ऊंचे होते जा रहे थे. एक अनुमान के अनुसार, इनमें करीब 280 लाख मीट्रिक टन कूड़ा पड़ा हुआ था. वहीं, हर साल करीब 15 लाख मीट्रिक टन अतिरिक्त कूड़ा डाला जा रहा था. और इसी बीच एमसीडी ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत केंद्र सरकार से मिल रहे फंड से तीनों सैनेटरी लैंडफिल साइट को कूड़ा मुक्त बनाने की योजना तैयार की. जिसे तीन फेज में पूरा होना है.
दो साल के पहले फेज में एमसीडी ने करीब 150 लाख मीट्रिक लाख टन कूड़ा उठवाने की योजना तैयार की. इस योजना के तहत अब तक 146 लाख मीट्रिक टन कूड़ा उठ चुका है. अब तीनों सैनेटरी लैंडफिल साइट पर करीब 160 लाख मीट्रिक टन कूड़ा रह गया है. दरअसल, बीते साल तीनों सैनेटरी लैंडफिल साइट पर करीब 30 लाख मीट्रिक टन कूड़ा डल गया और अगले तीन साल के दौरान 40 लाख मीट्रिक टन कूड़ा और डलने की संभावना है. इस बीच एमसीडी ने अब तीनों सैनेटरी लैंडफिल साइट से 120 लाख मीट्रिक टन कूड़े उठवाने की योजना बनाई है. स्थायी समिति का गठन होते ही इस योजना के तहत कूड़ा उठाने का कार्य शुरू हो जाएगा . यह कूड़ा करीब दो साल में उठ जाएगा. इसके बाद तीसरे फेस में बचे हुए करीब 80 लाख मीट्रिक टन कूड़े को खत्म किया जाएगा.