-अंशु ठाकुर, दिल्ली दर्पण टीवी
Internet और Social Media पर हम आये दिन कोई न कोई अजीब घटना के बारे में सुनते या पढ़ते है. कुछ ऐसा ही हुआ Delhi में. दरअसल Delhi High Court में एक अजीबो गरीब मामला दाखिल किया गया है. यहाँ एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की लिंग जांच कराये जान के आदेश दिए जाने की अर्ज़ी दाखिल की है.
दरअसल, शख्स ये दवा कर रहा है कि उसकी शादी धोखे से Transgender से करवा दी गयी है. और ऐसे में वो ना कभी बच्चा पैदा कर पायेगा और ना ही अपना परिवार बढ़ा पायेगा.
पत्नी है Transgender
शख्स ने High Court में याचिका दायर कर अपनी पत्नी का लिंग परिक्षण करवाने के लिए केंद्र सरकार के अस्पताल में जांच करवाने की गुहार लगाई है. युवक का दावा है कि शादी से पहले उससे ये बात छुपाई गयी कि उसकी होने वाली पत्नी Transgender है इस घटना से युवक को सदमा लगा है.
पत्नी ने लगाए दहेज़ के आरोप
युवक के वकील Abhishek Kumar Chaudhary और Jitender Kumar Tiwari ने यह दलील दी कि जानकारी छिपाये जाने की वजह से ही युवक पर कई सारी झूठी कार्यवाही भी की गयी है. जिसमे युवक के ऊपर घरेलु हिंसा और दहेज़ कानून के तहत आरोप लगाए गए है. युवक के वकील ने संविधान के अनुछेद 21 पर ज़ोर देते हुए कहा कि विवाह में दोनों पक्ष निष्पक्षता और पारदर्शिता के हकदार हैं.
याचिका में यह भी कहा गया कि Gender की पहचान निजी मामला है. लेकिन शादी के मामले में यह पति- पत्नी दोनों पर असर डालता है. पति ने तर्क दिया कि उसकी पत्नी को भरण-पोषण, या महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष रूप से बनाए गए कानूनों के तहत आरोप लगाने का अधिकार नहीं है क्योंकि वह इन कानूनों के तहत ‘महिला’ के रूप में योग्य नहीं है.
जांच का खर्च खुद उठाऊंगा
याचिका में कहा गया है, ‘शख्स अपनी पत्नी की मेडिकल जांच का खर्च वहन करने के लिए तैयार है और अगर जरूरत पड़ी तो वह खुद की भी मेडिकल जांच कराने को तैयार है.युवक ने पहले Trial Court में याचिका दायर कर अपनी पत्नी के लिंग की जांच के लिए Medical Board गठित करने की मांग की थी.हालांकि, Trial Court ने उनकी याचिका खारिज कर दी थी.अब, वह High Court से इस मामले में दखल देने की गुहार लगा रहे हैं.उनका कहना है कि जांच के उनके अधिकार से समझौता किया जा रहा है.