Delhi . Corona के बाद 2020 से Yamuna में Chath Pooja मानाने पर रोक लग गई है. पिछले दिनों Delhi Vidhansabha में Aam Adami Party के विधायक Sanjiv Jha की ओर स Yamuna नदी में Chath Pooja मनाने की मांग उठाने के बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया.हालाँकि Yamuna नदी में Chath Pooja मनाने को लेकर पूर्वांचल के लोग आपस में ही बंट गए है.
दरअसल, Corona काल से पहले तक सभी लोग Sarai Kale Khan बस अड्डा के पास ही Chath Pooja करते थे लेकिन कोरोना काल के बाद जब Yamuna नदी में Chath Pooja करने पर पाबन्दी लगा दी गई तबसे सभी लोग Sarai Kale Khan, Petrol Pump के पास ही Yamuna के अंदर Jain Mandir के पास Chath Pooja मनाने लगे.
यहाँ बने एक तालाब में बाढ़ का पानी आकर रुक जाता है. जो बिलकुल साफ़ होता है , जिसमे Chath Pooja करने में कोई दिक्कत नहीं आती. पर अब लोगो का कहना है कि कोरोना के दौरान Chath Pooja पर इसलिए पाबन्दी लगायी गई थी ताकि भीड़ इकठ्ठा ना हो . Yamuna की गंदगी कभी मुद्दा रही ही नहीं. बल्कि Chath Pooja से Yamuna नदी साफ़ होती थी. क्यूंकि Chath Pooja से चार दिन पहले ओर खरना की रात से पहले दो बार Haryana से Yamuna नदी में पानी छोड़ा जाता था. ओर ऐसा करना से Yamuna नदी साफ़ हो जाती थी.
Yamuna नदी और Chath Pooja
और अब लोगो की मांग है की सरकार फिरसे Yamuna नदी को साफ़ करवा कर उसमें उन्हें Chath Pooja करने की इज़ाज़त दे दे.
गौरतलब है कि अगर अब लोगो को इज़ाज़त मिल भी जाए तो अब Yamuna नदी पर शायद Chath Pooja में पहले जैसी भीड़ देखने को नहीं मिलेगी. Yamuna नदी में Chath Pooja करने पर पाबन्दी लगने के बाद कई लोगो ने अपने ही आस पड़ोस कि खाली जगहों पर पूजा करना शुरू कर दी वहीँ कुछ लोगो ने इसे अपने छत्तों पर मानना शुरू कर दिया.
अब देखना ये होगा कि लोगो की इस मांग को क्या सरकार पूरा करती है क्यूंकि Yamuna नदी को साफ़ करने का कार्य इतना भी आसान नहीं है.
-अंशु ठाकुर, दिल्ली दर्पण टीवी