-विजय ठाकुर, दिल्ली दर्पण
देश की राजधानी दिल्ली में जैसे-जैसे इलेक्शन की तारीख नजदीक आती जा रही हैं ठीक उसी प्रकार से नेताओं की राजनीति की गति भी बढ़ती जा रही है . 19 Nov 1917 में देश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री तथा आयरन लेडी के नाम से विख्यात इंदिरा गांधी जी का जन्म हुआ था कांग्रेस पार्टी ने इंदिरा गांधी जी के जन्मदिन को नारी न्याय दिवस के रूप में मनाते हुए दिल्ली के विश्वास नगर में एक विशाल महिला रैली का आयोजन किया .
आपको बताते चलें कांग्रेस पार्टी अपने वजूद को बचाने के लिए देश के अंदर साथ ही राजधानी में भी लगातार संघर्ष करते हुए नजर आ रही है ।इसी के तहत वर्तमान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दिल्ली के देवेंद्र यादव ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तर्ज पर दिल्ली के अंदर भी मतदाताओं से सीधा संबंध स्थापित करने हेतु दिल्ली न्याय यात्रा का शुभारंभ किया तथा दिल्ली न्याय यात्रा का दूसरा चरण प्रारंभ होते ही दिल्ली के 30 से अधिक विधानसभा को कवरेज करने के साथ ही कांग्रेस के दिल्ली नया यात्रा आज विश्वास नगर विधानसभा में पहुंची जहां कांग्रेस पार्टी ने एक विशेष रणनीति के तहत देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी के जन्म दिवस को नारी न्याय यात्रा के रूप में मनाते हुए उनको श्रद्धांजलि अर्पित की साथ ही मंच से बोलते हुए देवेंद्र यादव ने कहां कि आज भारत को हर वार्ड से एक इंदिरा गांधी की आवश्यकता है मैं अपने महिला नेत्रियों से कहना चाहूंगा कि वह इतना प्रयास करें जिससे हमारा यह संकल्प पूर्ण हो सके .कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे साथ ही अलका लांबा जो कि अखिल भारतीय महिला कांग्रेस प्रेसिडेंट भी हैं वह भी इस यात्रा में शामिल हुई और सभी महिलाओं को संबोधित करते हुए कहां आज आज हम जहां भारत की प्रथम प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी के जन्म दिवस को मना रहे हैं वहीं हम इस यात्रा के माध्यम से नारी सशक्तिकरण के संदेश को भी साफ तौर से समाज को देना चाहते हैं । हम इस यात्रा को पूर्ण रूप से भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को समर्पित करते हैं आज दिल्ली के अंदर हर महिला को न्याया की तकरार है .
कार्यक्रम में शामिल हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के पुत्र संदीप दीक्षित ने भी इंदिरा गांधी को याद करते हुए किस्सा सुनाया जिसके माध्यम से उन्होंने बताया किस प्रकार जब वह बचपन में छोटे थे तो इंदिरा गांधी उन्हें उनके जन्मदिन पर चॉकलेट देकर उन्हें विश करती हैं उन्होंने यह किस्सा सुनाते हुए लोगों को यह संदेश देना चाहा कि इंदिरा गांधी उस वक्त देश के हर एक नागरिक की प्रधानमंत्री थी देश के हर एक नागरिक को वह जानती और पहचानती थी साथी उन्होंने इंदिरा गांधी जी की विदेश नीति की तारीफ़ की और कहां कि जब इंदिरा गांधी देश की प्रधानमंत्री थी तो उन्होंने पाकिस्तान से बांग्लादेश को अलग करने के साथी ही अन्य पड़ोसी देशों को भी हमेशा साथ में लेकर आगे बढ़ी तथा तथा समय-समय पर उन देशों को कड़ा संदेश देने का भी प्रयास किया .
संदीप दीक्षित ने जोर देते हुए कहा इन सभी बातों को मैं आपके सामने आज इसलिए रख रहा हूं क्योंकि हम चाहते हैं कांग्रेस पार्टी के अंदर एक नई इंदिरा उभर कर आए और हमारा एवं हमारे पार्टी का यह प्रयास है कि हर वार्ड , हर जिले में से इंदिरा गांधी जैसी नेता उभरकर सामने आए जो महिला होने के साथ ही नेतृत्व की भी अच्छी क्षमता रखती हो जिससे कि समाज में सकारात्मक सुधार लाया जा सके ।वहीं कार्यक्रम के अंत में दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने वर्तमान सरकार तथा भाजपा सरकार पर कटाक्ष करते हुए “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” के नारा को कोट करते हुए कहां कि यह लोग महिला के नाम पर सिर्फ राजनीति करते हैं इन्होंने देश की राजधानी दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा के लिए कुछ किया नहीं हैं ।किसी तरह के कोई सख्त कानून आज तक पारित नहीं किया इसी का नतीजा है कि देश की राजधानी दिल्ली में हर दिन तीन रेप की घटनाएं सामने आती हैं तथा सर्वाधिक मेट्रो सिटी में दिल्ली ऐसी मेट्रो शहर है जिसमें अन्य शहरों के मुताबिक 30% अधिक महिलाओं के प्रति हिंसात्मक घटनाओं की सूचना प्राप्त होती है इससे साफ हो जाता है कि देश के अंदर केंद्र सरकार साथ ही दिल्ली सरकार भी देश की राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा करने में असक्षम है .
आपको बताते चलें विश्वास नगर में आयोजित हुए नारी न्याय दिवस कार्यक्रम को बीचों-बीच सड़कों पर आयोजित किया गया जहां पर जाम की भी समस्या देखी गई हालांकि मौके पर दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे साथी ही इस कार्यक्रम के मंच के दोनों तरफ कुछ ऐसा देखने को मिला जो कहीं ना कहीं महिलाओं के सम्मान के साथ ठेस पहुंचाने वाली तस्वीरें थी ।रैली में जिस मंच पर प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव , पूर्व कांग्रेस सांसद संदीप दीक्षित एवं अलका लांबा साथी ही सैकड़ो की संख्या में महिलाएं मौजूद थी उनके दोनों तरफ ही शराब की दुकान भी मौजूद थी इस तस्वीर से एक बात साफ हो जाती है किसी भी पार्टी की कोई भी राजनीतिक रैली क्यों ना हो वहां पर लोगों के मान-सम्मान को ध्यान में नहीं रखा जाता है ना ही लोगों की समस्याओं के प्रति देखरेख की जाती है ?