अंशु ठाकुर, दिल्ली दर्पण टीवी
चीन में covid के बाद अब hmpv यानी की Human Metapneumovirus के मामले काफी ज़्यादा बढ़ रहे है. वायरस के बढ़ते इस मामलों के बीच भारत सरकार ने शनिवार को जॉइंट मॉनीटरिंग ग्रुप की बैठक की। बैठक के बाद सरकार ग्रुप ने कहा कि फ्लू के मौसम को देखते हुए चीन की स्थिति असामान्य नहीं है.
केंद्र सरकार ने एक बयान में कहा कि देश सांस से जुड़ी बीमारियों के मामलों में किसी भी बढ़त से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। चीन में फ्लू के बढ़ते मामलों की वजह RSV और HMPV इस मौसम में इन्फ्लुएंजा के सामान्य वायरस हैं। सरकार स्थिति पर कड़ी नजर रख रही है। साथ ही WHO से चीन की स्थिति के बारे में समय-समय पर अपडेट देने को कहा है।
क्या है hmpv वायरस ?
HMPV कोई नया खोजा गया वायरस नहीं है. यू.एस. सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार इसे पहली बार 2001 में खोजा गया था. एक्सपर्ट्स का कहना है कि कुछ सीरोलॉजिकल सबूत बताते हैं कि यह वायरस कम से कम 1958 से फैला हुआ है.
यह वायरस विशेष रूप से कमजोर समूहों जैसे छोटे बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर रोग प्रतिरोध क्षमता वाले व्यक्तियों को प्रभावित करता है.
क्या है इस वायरस के लक्षण ?
HMPV वायरस से छोटे बच्चे, वृद्ध और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग इससे ज्यादा प्रभावित होते हैं. एचएमपीवी से जुड़े सामान्य लक्षणों में खांसी, बुखार, नाक बंद होना और सांस लेने में तकलीफ शामिल हैं. HMPV दो लोगों के बीच श्वसन प्रणाली के माध्यम से फैल सकता है. साथ ही लोगों के बीच संपर्क जैसे कि हाथ मिलाना, या वायरस से दूषित किसी वस्तु को छूना आदि से फैल सकता है.
इस वायरस से बचाव कैसे करे ?
इस वायरस के लक्षण covid कि तरह ही है. ऐसे में ज़रूरी है कि जब भी आपको छींक आये तो तो आप उस वक़्त अपना मुँह किसी रुमाल या कपडे से ढके . खांसने और छींकने के लिए अलग अलग कपड़ो या रुमाल का इस्तेमाल करे और उस कपडे या रुमाल को साबुन से धोये. घर से निकलते वक़्त मास्क ज़रूर पहने .समय समय पर अपने हाथो को हैंडवाश से धोये और सांइटिज़ेर का इस्तेमाल करे .
HMPV वायरस से सबसे ज़्यादा खतरा 2 साल से काम उम्र के बच्चो को है
वायरस दो साल से छोटे बच्चों और बुजुर्गों को काफी जल्दी चपेट में लेता है. इस वायरस का पीरियड तीन से छह दिन का होता है. बुखार-जुकाम और खांसी ही इसके लक्षण है. यह उन लोगों को जल्दी चपेट में लेता है, जिनकी इम्युनिटी कमजोर होती है. ऐसे लोगों को आईसीयू में भी एडमिट कराना पड़ सकता है.
भारत में HMPV वायरस के मामले
मिली जानकारी के अनुसार, अब देश भर में HMPV के कुल सात मामले सामने आ चुके हैं। महाराष्ट्र से पहले HMPV के दो केस बेंगलुरु में, एक अहमदाबाद में और दो चेन्नई में रिपोर्ट किए गए थे।
महाराष्ट्र सरकार की स्वास्थ विभाग टीम वायरस को लेकर अलर्ट मोड पर है। खांसी, बुखार और SARI नाम की बिमारी के मरीजों को विशेष ध्यान देने के लिए कहा गया है। सरकार ने लोगों से अपील की है कि वो घबराए नहीं। स्वास्थ विभाग की तरफ से इस वायरस के संबंध में जल्द ही गाईडलाइंस जारी की जाने वाली है।