Friday, April 11, 2025
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68वां आनंद योग वार्षिक भण्डारा : फरीदाबाद में 4 से 7 अप्रैल तक आध्यात्मिक उत्सव का आयोजन

– दिल्ली दर्पण ब्यूरो

फरीदाबाद, हरियाणा – अखिल भारतीय संतमत सत्संग की ओर से 68वां आनंद योग वार्षिक भण्डारा और आध्यात्मिक उत्सव 4 से 7 अप्रैल, 2025 तक संत यश-रूप तपोभूमि परिसर, अनंगपुर, फरीदाबाद में आयोजित होने जा रहा है। यह चार दिवसीय कार्यक्रम देश-विदेश से लाखों ईश्वर प्रेमियों को एक साथ लाएगा, जहां वे परमसंत महात्मा पूज्य डॉ. सुरेश जी महाराज के सान्निध्य में आध्यात्मिक सत्संग, ध्यान योगाभ्यास और नामदान दीक्षा के माध्यम से परमार्थ प्राप्ति का मार्ग अपनाएंगे।

कार्यक्रम का शुभारंभ और विवरण

आनंद योग वार्षिक भण्डारा 4 अप्रैल को सुबह 6 बजे से शुरू होगा और 7 अप्रैल को शाम 7 बजे तक चलेगा। इस दौरान विभिन्न आध्यात्मिक कार्यक्रम आयोजित होंगे, जिनमें रामधुन और प्रार्थना, शांति पाठ, ध्यान योगाभ्यास, श्रीमद्भगवद्गीता और श्रीरामचरितमानस का पाठ, कुरान शरीफ का पाठ, संतमत सिलसिले के बुजुर्गों के जीवन पर चर्चा, टोली सत्र, आम सभा और नामदान दीक्षा शामिल हैं। यह आयोजन आध्यात्मिक साधकों को आत्म साक्षात्कार और जीवनमुक्त अवस्था की ओर प्रेरित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

आनंद योग का सार

परम संत महात्मा डॉ. सुरेश जी महाराज, जिन्हें श्रद्धालु “पूज्य भैया जी” के नाम से भी जानते हैं, कहते हैं कि आनंद योग “ईति मार्ग” है, जो गृहस्थ जीवन में ईश्वर के नाम और प्रेम को जोड़ने की कला सिखाता है। इस साधना में चित्त की एकाग्रता पर विशेष जोर दिया जाता है। उनके अनुसार, आनंद योग की साधना से सुषुप्ति, उलटधार, आध्यात्मिक चक्रों का जागरण, 24 घंटे का ध्यान, निष्काम कर्म और सहज समाधि जैसे दुर्लभ अनुभव प्राप्त होते हैं। उनका कहना है कि इस मार्ग का अंतिम लक्ष्य जीवनमुक्त अवस्था है, जिसमें व्यक्ति चौबीसों घंटे ईश्वर के प्रति जागरूक रहता है और उसके कर्म निष्काम हो जाते हैं।

साधना के तीन सोपान

सद्गुरुओं ने आनंद योग की साधना को तीन चरणों में विभक्त किया है। पहले चरण में 8 घंटे, दूसरे में 16 घंटे और तीसरे चरण में 24 घंटे ईश्वर का ध्यान संभव हो जाता है। इस प्रक्रिया से साधक को सच्ची निष्काम कर्मता और आंतरिक शांति की प्राप्ति होती है। संतमत सत्संग की यह परंपरा सदियों से ब्रह्मज्ञान की ज्योति को प्रज्वलित रखे हुए है, और वर्तमान में यह डॉ. सुरेश जी महाराज की संरक्षकता में फल-फूल रही है।

सभी के लिए आमंत्रण

आयोजकों ने सभी जिज्ञासुओं, श्रद्धालुओं और साधकों से अपील की है कि वे इस आध्यात्मिक उत्सव में अधिक से अधिक संख्या में शामिल हों और आंतरिक शांति व अनुपम आनंद का अनुभव प्राप्त करें। यह आयोजन संत यश-रूप तपोभूमि परिसर, अनंगपुर, फरीदाबाद-3 (हरियाणा) में होगा। अधिक जानकारी के लिए संपर्क सूत्र 9811551713 पर संपर्क किया जा सकता है।

वेबसाइट लॉन्च की संभावना

इस भव्य आयोजन को व्यापक पहुंच प्रदान करने के लिए अखिल भारतीय संतमत सत्संग एक समर्पित वेबसाइट लॉन्च करने की योजना बना रहा है। इस वेबसाइट पर कार्यक्रम की पूरी जानकारी, लाइव स्ट्रीमिंग, पंजीकरण और आनंद योग के सिद्धांतों की विस्तृत व्याख्या उपलब्ध होगी। यह कदम आधुनिक तकनीक के माध्यम से इस प्राचीन साधना को वैश्विक मंच पर ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास होगा।

यह आयोजन न केवल आध्यात्मिक जागृति का अवसर है, बल्कि संतमत की समृद्ध परंपरा को अगली पीढ़ी तक पहुंचाने का एक माध्यम भी है। फरीदाबाद में होने वाला यह उत्सव एक बार फिर आनंद योग के संदेश को जन-जन तक पहुंचाएगा

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