दिल्ली दर्पण ब्यूरो
नई दिल्ली, 5 अप्रैल 2025 – नई दिल्ली के एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में “जीएसटी के 7 वर्ष – हितधारकों के अनुभव और आगे का मार्ग” विषय पर आयोजित एक दिवसीय सम्मेलन ने व्यापारियों, एमएसएमई प्रतिनिधियों और कर विशेषज्ञों को एक मंच पर लाकर जीएसटी प्रणाली की उपलब्धियों और चुनौतियों पर गहन चर्चा की। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) और दिल्ली जीएसटी प्रोफेशनल्स ग्रुप द्वारा आयोजित इस सम्मेलन का उद्घाटन कैट के राष्ट्रीय महामंत्री और भाजपा सांसद श्री प्रवीन खंडेलवाल ने किया।
श्री खंडेलवाल ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जीएसटी ने अप्रत्यक्ष कर प्रणाली को एकीकृत करने में बड़ी सफलता हासिल की है, लेकिन छोटे व्यापारियों को अभी भी कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।” उन्होंने व्यापारियों की चिंताओं को केंद्रीय वित्त मंत्री तक पहुंचाने का आश्वासन दिया।

सम्मेलन में उठे ये बड़े मुद्दे :-
सम्मेलन में शामिल हितधारकों ने जीएसटी से जुड़ी कई अहम समस्याओं को रेखांकित किया :
- उच्च मूल्यांकन और शक्तियों का दुरुपयोग – व्यापारियों ने अधिकारियों द्वारा अनुचित दबाव की शिकायत की।
- रिटर्न में सुधार की कमी – संशोधित रिटर्न दाखिल करने की प्रक्रिया को सरल बनाने की मांग।
- रिफंड में देरी – समय पर रिफंड और पंजीकरण प्रक्रिया में तेजी लाने की जरूरत।
- अपीलीय न्यायाधिकरण का अभाव – विवाद निपटारे के लिए तत्काल व्यवस्था की मांग।
- दस्तावेजीकरण का बोझ – खासकर राज्य जीएसटी विभागों में प्रशिक्षण और सुधार की जरूरत।
- बैंकों पर मनमानी कार्रवाई – खातों की अटैचमेंट और पीएमएलए के प्रभाव पर चिंता।
“कानून में निष्पक्षता और प्रशिक्षण जरूरी”
संयोजक श्री नरेंद्र आहूजा और अध्यक्ष श्री सुशील के. वर्मा ने कहा, “जीएसटी को ईमानदार करदाताओं के लिए मददगार और धोखाधड़ी रोकने में सक्षम बनाना होगा। इसके लिए सरकार और विशेषज्ञों के बीच लगातार संवाद जरूरी है।”
सम्मेलन का समापन सकारात्मक माहौल में हुआ। श्री खंडेलवाल ने साल में दो बार ऐसे आयोजन करने और प्रमुख मुद्दों को शीर्ष स्तर पर उठाने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य जीएसटी को व्यापारियों के लिए और सुगम बनाना है।”
आगे का रास्ता
खास बात: CAIT और दिल्ली जीएसटी प्रोफेशनल ग्रुप अब हर राज्य की राजधानी में ऐसे सम्मेलन आयोजित कर जीएसटी प्रणाली को और बेहतर बनाने की दिशा में काम करेंगे।