– दिल्ली दर्पण ब्यूरो
नई दिल्ली, 8 अप्रैल 2025: दिल्ली के नए शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने पटपड़गंज विधानसभा क्षेत्र के चार सरकारी स्कूलों का औचक निरीक्षण कर शिक्षा व्यवस्था की बदहाली का कच्चा चिट्ठा खोल दिया। जर्जर भवनों, साफ पानी और शौचालय की कमी, शिक्षकों के अभाव और मिड-डे मील की खराब गुणवत्ता ने पिछली सरकार के शिक्षा क्रांति के दावों की पोल खोल दी। निरीक्षण के दौरान भड़के सूद ने अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई और तत्काल सुधार के आदेश दिए।

जर्जर स्कूल, टूटे सपने
पटपड़गंज के सर्वोदय कन्या विद्यालय (मयूर विहार फेज-2, मंडावली नंबर-1, मंडावली नंबर-3) और राजकीय सह शिक्षा सर्वोदय विद्यालय (वेस्ट विनोद नगर) के दौरे में सूद को 1960 में बने स्कूलों की खतरनाक हालत दिखी। मंडावली नंबर-1 में बारिश के दौरान छत टपकती है और कमरे टूट चुके हैं। वेस्ट विनोद नगर में दो कमरे इतने जर्जर हैं कि उन्हें बंद करना पड़ा। लाइब्रेरी में फर्नीचर तक नहीं, और भूगोल लैब बिना आधुनिक उपकरणों के चल रही है। सूद ने पीडब्लूडी अधिकारियों को 15 मई तक मरम्मत पूरी करने का अल्टीमेटम दिया।
स्विमिंग पूल बना तालाब, होगी विजिलेंस जांच
सर्वोदय कन्या विद्यालय, मंडावली नंबर-3 में 2023 में 2.5 करोड़ रुपये की लागत से बना स्विमिंग पूल आज काई और गंदगी से भरा है। फर्श उखड़ चुका है और यह कभी शुरू नहीं हुआ। सूद ने इसे पिछली सरकार की नाकामी का प्रतीक बताते हुए विजिलेंस जांच के आदेश दिए। उन्होंने कहा, “जिस स्विमिंग पूल को रोल मॉडल बताया गया, उसकी यह हालत शर्मनाक है।”
सुविधाओं का टोटा, बच्चों का भविष्य अधर में
निरीक्षण में साफ पानी, शौचालय और शिक्षकों की भारी कमी सामने आई। कई स्कूलों में नल की टोंटियाँ गायब थीं, और कक्षाएँ बच्चों से ठसाठस थीं। मयूर विहार फेज-2 में मिड-डे मील की गुणवत्ता पर सवाल उठे, जिसके लिए प्रिंसिपल को तत्काल सुधार के निर्देश दिए गए। सूद ने कहा, “बच्चों को बुनियादी सुविधाएँ देना हमारी प्राथमिकता है।”
पिछली सरकार पर हमला
सूद ने पिछली सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “विज्ञापनों और दो स्कूलों को चमकाकर शिक्षा क्रांति का ढोंग रचा गया। राउज एवेन्यू और पटपड़गंज के स्कूलों को दिखाकर जनता को गुमराह किया गया, लेकिन हकीकत अब सामने है।” उन्होंने चार स्कूलों की बदहाली को सुधारने में समय लगने की बात कही, मगर सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
नई सरकार, नया संकल्प
दिल्ली सरकार ने शिक्षा बजट को 19% बढ़ाकर 19,291 करोड़ रुपये किया है। सूद ने कहा कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में सभी जर्जर स्कूलों का पुनर्निर्माण और आधुनिकीकरण किया जाएगा। “हम बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और सुरक्षित माहौल देंगे। कोताही बर्दाश्त नहीं होगी,” उन्होंने चेतावनी दी।
आगे की राह
पटपड़गंज के विधायक रवींद्र सिंह नेगी ने स्कूलों की स्थिति पर चिंता जताई थी, जिसके बाद यह निरीक्षण हुआ। सूद ने अन्य विधायकों की शिकायतों पर भी स्कूलों का दौरा करने का वादा किया। शिक्षा निदेशक और पीडब्लूडी को मरम्मत और पुनर्निर्माण की कार्ययोजना जल्द तैयार करने को कहा गया है।
यह खबर दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था में सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम है। क्या नई सरकार अपने वादों पर खरी उतरेगी? समय बताएगा।