दिल्ली के नॉर्थ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट स्थित अशोक विहार में इस ऐक्सिस बैंक ब्रांच की स्थिति तो कुछ ऐसी ही है।
एक शरीफ और कम पढ़े लिखे युवक को एक बैंक फ्रॉड करने वाले गिरोह ने लोन दिलाने के नाम पर ठगी का शिकार बनाया , और यह युवक और इसके सहयोगी सिलसिलेवार ढंग से घटना की पूरी जानकारी भी दे रहे हैं। लेकिन न तो बैंक सहयोग करने को तैयार है और न ही इस गरीब की दिल्ली पुलिस ही सुन रही है।
आलम यह है की वज़ीरपुर जेजे कॉलोनी में रहने वाला अनिल कई दिनों से हर रोज कभी बैंक तो कभी थाने के चक्कर लगा रहा है।
अब अनिल को ये समझ नहीं आ रहा की अशोक विहार के एक्सिस बैंक ब्रांच में महज एक बचत खाता खुलवा कर कहीं इसने कोई खता तो नहीं कर दी , जिसकी सजा इसे कुछ यूँ भुगतनी पड़ रही है।
पूरे मामले में पुलिस की अनदेखी और बैंक की पल्लाझाड़ नीति साफ़ झलकती है। या फिर ये भी हो सकता है की इस चीटिंग और फ्रॉड के पूरे मामले में इस बैंक के कुछ एम्प्लॉई भी शामिल हों।
मजबूरी में इस बेरोजगार युवक ने मीडिया का सहारा लिया लेकिन अब देखने वाली बात होगी की बैंक और पुलिस दोनों को दर्पण दिखाती दिल्ली दर्पण की ये रिपोर्ट इनको कितनी शर्मिंदा कर पाती है ?
क्या कानों में रुई ठूँस बैठे लोग इस मजबूर की भी सुनेंगे और इस पूरे वाकये को दुसरे एंगल से देख कर जाँच करने की जहमत उठायेंगे ?