अपनी कई मांगों को लेकर किसान क्रांति यात्रा दिल्ली पहुंचने की तैयारी में है।लेकिन दिल्ली में न घुसने देने के लिए दिल्ली बॉर्डर पर भारी मात्रा में जगह-जगह पुलिसकर्मी तैनात किए गए।लेकिन फिर भी आकिरकार पुलिस और किसानों के बीच झड़प हो ही गई और किसानों को रोकने की कोशिश की गई,, लेकिन हम आपको बताते हैं कि आखिर इन किसानों की मांग क्या है।
किसानों की यात्रा 23 सितंबर को हरिद्वार से शुरू हुई थी।पिछले 6 महीनों में किसान दो बार दिल्ली की तरफ कूच कर चुके हैं।और इनकी मुख्या मांगो में शामिल हैं।
किसानों के लिए न्यूनतम आय तय की जाए
60 साल की आयु के बाद किसान को 5,000 रुपए प्रति माह पेंशन दी जाए
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में बदलाव किया जाए
योजना का लाभ कंपनियों के बदले किसानों को दिया जाए
सरकार सिंचाई के लिए बिजली मुफ्त में उपलब्ध कराए
किसान क्रेडिट कार्ड योजना में बिना ब्याज लोन दिया जाए
महिला किसानों के लिए क्रेडिट कार्ड योजना
आवारा पशुओं से किसानों की फसल बचाने के इंतजाम
किसान क्रांति पदयात्रा 23 सितंबर को हरिद्वार से आरंभ हुई थी। जिसके बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर और मेरठ जिलों से गुजरते हुए किसान सोमवार (1 अक्टूबर) को गाजियाबाद तक पहुंच गए. जहां इन किसानों को रोक दिया गया।