Friday, November 8, 2024
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पतंगबाजी से बिजली कंपनियों को डर, फॉल्ट से कोवीड अस्पताल की उड़ सकती है बिजली सप्लाई

पुनीत गुप्ता ,दिल्ली दर्पण टीवी
14 अगस्त 2020,

नई दिल्ली|देश कोरोना काल के दौरान इस साल आजादी के जश्न बनाने के लिए तैयार है। लेकिन इस बड़े मौके पर दिल्ली में बिजली कंपनियों को एक अलग ही चिंता सता रही है। चिंता है कि पतंगबाजी करते करते और कहीं आपकी पतंग पेंच लड़ाते-लड़ाते, अस्पतालों की बिजली ना उड़ा बैठे । खासकर उन अस्पतालों की जो कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे है। दरअसल दिल्ली में कई लोग बैन के बावजूद मैटेलिक मांझा का इस्तेमाल करते हैं। जिसकी वजह से एक बड़े इलाके की बिजली गायब हो जाती है।

हाई पावर वायर के ऊपर से पंतंग न उड़ाएं

बिजली कंपनियों के लिए सबसे बड़ी मुसीबत, हाई टेंशन तारों के इर्द गिर्द उड़ाए जाने वाली पतंगें हैं। जो बिजली फॉल्ट की वजह बनती हैं। हर साल मांझे की वजह से कई हादसे भी होते है। मोटर साइकिल चलाने वालो को भी खतरा बना रहता है। इसके साथ ही फॉल्ट की वजह से कई इलाकों की बिजली भी कई कई घंटो के लिए चली जाती है। दिल्ली दर्पण टीवी ने पतंग बेचने वाले कुछ दुकानदारों से भी बात की और यह जानने की कोशिश भी की कितने लोग यह मेटालिक मांझे की डिमांड करते है।

मैटेलिक मांजा इस्तेमाल न करे

मैटेलिक मांझे की वजह से पक्षियों को भी काफी नुक्सान होता है। हर साल हज़ारो पक्षियों की मांझे से कटने की वजह से जान चली जाती है। मैटेलिक मांझे से उड़ाई पतंग कटकर नीचे गिरती है तो उसका मांझा दुपहिया वाहन चालक और राहगीरों को अपनी चपेट में ले लेता है। गले और हाथ-पैर में यह मांझा लिपट जाने और खींचे जाने पर गंभीर घाव कर सकता है। यह मांझा इतना घातक होता है की व्यक्ति की जान को भी खतरा बना रहता है। ऐसे में चाइनीज़ मांझे का इस्तेमाल कितना घातक है इसका अंदाजा आप लगा सकते है।

वैसे तो फॉल्ट की वजह से किसी खास इलाके में दिक्कत होती है। लेकिन, इस बार कोविड की वजह से कई अस्पतालों में बिजली की निर्बाध सप्लाई पर खतरा मंडरा रहा है क्योंकि मैटेलिक मांझे वाली पतंगें तारों में उलझ कर अस्पातालों की बिजली सप्लाई प्रभावित कर सकती हैं।

प्रतिबंध के बाद भी चोरी से बिक रही घातक डोर

दिल्ली की प्राइवेट बिजली कंपनियों ने लोगों से अपील की है। वो इस बार पतंग उड़ाते समय खास सावधानी बरतें। उत्तरी दिल्ली में बिजली का डिस्ट्रीब्यूशन देखने वाली कंपनी टाटा पावर, दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड के सीईओ गणेश श्रीनिवासन ने एक वीडियो सन्देश के माध्यम से कहा की,”दिल्ली में मांझे पर बैन के बावजूद कई इलाकों में मैटेलिक मांझे का इस्तेमाल किया जाता है। पिछले साल 15 अगस्त को पतंगबाजी की वजह से 12 जगहों पर बड़े फॉल्ट हुए थे।

पतंग उड़ाने के लिए टाटा पावर के सीईओ की टिप्स

पतंग उड़ाने के लिए सीईओ ने कुछ टिप्स भी दिए है। जैसे की, पतंग उड़ाते समय सावधानी बरते ,मेटालिक मांजा इस्तेमाल न करे , हाई पावर वायर के ऊपर से पंतंग न उड़ाएं, जिम्मेदारियों से पतंग उड़ाएं, बिजली के तारो से बच कर पतंग उड़ाएं क्योंकि पतंग उलझने की वजह से फॉल्ट हो जाता है जिसको सुधारने में कई घंटो समय लग जाता है।

मांझे की वजह से बिजली तो जाती ही है। कई बार करंट लगने से लोगों की जान जाने का भी खतरा रहता है। मांझे से कट कर सैकड़ों पक्षियों की जानें जाती हैं और हजारों की तादाद में वो घायल भी होते हैं|

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