-दिल्ली दर्पण ब्यूरो
दिल्ली। केंद्रीय विश्वविद्यालयों समेत कई यूनिवर्सिटी में प्रवेश के लिए आयोजित होने वाली परीक्षाएं जिस तरह से बार-बार तकनीकी दिक्कतों के स्थगित हो रही है उसे छात्र और उनके अभिभावक तो परेशान हो ही रहे है साथ ही उससे इन परीक्षाओं को सम्पन्न करने वाली एजेंसी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की क्षमता और क्षमता पर भी सवाल खड़े हो रहे है। इस दिल्ली स्टेट पब्लिक स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री आर सी जैन ने सरकार से मांग की है इस बार सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट ,(क्यूट )को इस बार स्थगित कर दिया जाये।
श्री जैन ने कहा कि देश में पहली बार देश के 86 विश्वविद्यालयों के लिए सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट किया जा रहा है जिसके माध्यम से सीनियर सेकेंडरी पास करने वाले बच्चों को क्यूट एग्जाम के द्वारा प्राप्तांक के आधार पर विश्वविद्यालय में दाखिला दिया जाएगा । नेशनल टैस्ट एजेंसी इस काम को करने के लिए नियुक्त की गई परंतु जिस प्रकार से पहली ही बार में यह टेस्ट विवादों के कारण संपन्न नहीं हो पा रहा है, कई चरणों में कहीं सेंटर पर एग्जाम रोकना पड़ा। ऐसी स्थिति में बच्चों और अभिभावकों के सामने इसकी सफलता पर सवाल खड़ा हो गया है। बच्चे परेशान हैं कि कब एग्जाम होगा ?कब उन्हें विश्वविद्यालय में दाखिला मिलेगा ? इसके साथ ही अभिभावक भी परेशान हैं क्यूट एग्जाम पूर्ण होने तक बाकी जो अन्य एग्जाम है कहीं उससे भी बच्चा वंचित ना रह जाए।
उन्होंने कहा कि सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन जिस प्रकार से पूरे देश ही नहीं विदेशों तक में सेकेंडरी,सीनियर सेकेंडरी एग्जाम सफलतापूर्वक कराने में पिछले दशकों से सफल रही है इसके लिए नेशनल टेस्ट एजेंसी को सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन की मदद लेकर के अगले वर्ष की तैयारी करनी चाहिए। दिल्ली स्टेट पब्लिक स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री आर सी जैन ने सरकार से मांग की है इस साल क्यूट के एग्जाम को स्थगित कर विश्वविद्यालयों को अपने स्तर पर परीक्षा आयोजित करके दाखिले की प्रक्रिया को शुरू कर देना चाहिए क्योंकि क्यूट एग्जाम के द्वारा सरवर डाउन की बड़ी समस्या रही,कहीं बिजली की समस्या रही वही एक दिन में दो-दो स्लॉट मे बच्चें को छ-छ पेपर 1 दिन में देना बच्चों के लिए बड़ी समस्या बन गया। श्री जैन ने बताया कि अब हमे और अधिक इंतजार ना करते हुए विश्वविद्यालय विद्यालय स्तर पर एंट्रेंस टेस्ट करा कर के विश्वविद्यालय में दाखिले की प्रक्रिया शुरू कर देनी चाहिए तथा अगले वर्ष के लिए सभी स्कूलों में बच्चों को इसके बारे में पूरी तरह जानकारी देने के बाद सफलतापूर्वक एन टी ए को एग्जाम करने की इजाजत देनी चाहिए।