अदालतों के प्रशासनिक कामकाम की खबरें अक्सर सुर्खियों नहीं बन पाती हैं, सीजेआई ने अदालत के प्रशासनिक कामों और उनकी प्रक्रियायों के बारे में भी लोगों को बताने पर जोर दिया है
CJI On Judicial Administration : जम्मू कश्मीर के दौरे पर गए सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ श्रीनगर में 19वीं कानूनी सेवा प्राधिकरण बैठक में उद्घाटन भाषण दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने अदालतीय प्रशासन की तारीफ की। उन्होंने कहा अक्सर हमारे फैसलों के बारे में चर्चा होती लेकिन अदालते इस काम के अलावा भी बहुत काम करती है जिसकी सुर्खियां नहीं बन पाती हैं।
सीजेआई ने कहा, अदालत फैसलों के अलावा भी बहुत से ऐसे काम करती हैं जिनके बारे में लोगों को जानने की जरूरत है। श्रीनगर में शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में हो रही इस बैठक को संबोधित करते हुए सीजेआई ने कहा, जब कभी भी इस बात का समय आया कि अदालत को अपनी मार्केटिंग करनी थी उसने नहीं कि क्योंकि उसको लगा कि न्यायपालिका को मार्केटिंग की जरूरत नहीं रही है. इस मामले में हम खराब कम्युनीकेटर रहे हैं।
‘अपने फैसलों से जानी जाती है अदालत’
सीजेआई ने कहा, एक न्यायपालिका दो बातों से जानी जाती है, पहली, जिन मामलों में उसने फैसले दिए हैं तो दूसरी वह जिन मामलों में उसने फैसले नहीं दिए हैं। उन्होंने कहा, इनका पता न्यायपालिका में होने वाली देरी से भी पता चलता हैं। लोगों को हमारे उन फैसलों के बारे में पता चलता रहा, जिनमें हम फैसले देते रहते हैं, लेकिन लोगों को न्यायपालिका के पिछले कार्यालयों में होने वाले कामों के बारे में बहुत कम जानकारी है। उन्होंने कहा, यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम भारतीय न्यायपालिका के पिछले कार्यालयों में होने वाले कार्यों पर भी प्रकाश डालें क्योंकि यही हमारी न्यायपालिका की रीढ़ है।
उन्होंने अदालतों के बैक-एंड पर किए जा रहे बड़े पैमाने के काम के बारे में बताते हुए कहा, 2013 में ई-कोर्ट सेवाओं के लिए बनाई गई वेबसाइट ने 2020 में 2.54 बिलियन ट्रांजेक्शन किए हैं. तो वहीं 2021 में वह बढ़कर 3.20 बिलियन हो गया और 2022 में 3.26 बिलियन हो गया है।