Monday, May 20, 2024
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दिल्ली में फिर छाया बर्ड फ्लू का खौफ

खुशबू काबरा, संवाददाता

नई दिल्ली।। राजधानी दिल्ली पर एक बार फिर खतरे की घंटी मंडरा रही है। भारत के कुछ राज्यों में अब दिल्ली का नाम भी बर्ड फ्लू की चपेट में शामिल हो गया हैं। पिछले कुछ हफ्तों में मयूर विहार इलाके के सेंट्रल पार्क में लगभग 200 कौवों की मौत हो चुकी है जिसके चलते सरकार ने अधिकारियों को भेजकर कौवों के सैंपल को जांच के लिए भेज दिया हैं। मयूर विहार के पार्क में फिलहाल सैनिटेशन अभियान चलाया जा रहा है।

मयूर विहार सेंट्रल पार्क की हालत काफ़ी गंभीर बताई जा रही है। आपको बता दें कि ऐसे में आम जनता के लिए पार्कों का इस्तेमाल करना या पार्क जाकर सैर करने की अनुमति नहीं है। रोजाना वहां पर कौवों की लगातार मृत्यु होने के कारण अधिकारियों को पड़ोसी राज्यों से आने वाले पोल्ट्री पक्षियों पर नजर रखने को कहा गया हैए ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। केवल मयूर विहार ही नहीं बल्कि देश के तमाम राज्यों में ये फ्लू फैल चुका हैं, जैसे कानपुर में बंद हुआ चिड़िया घर, हरियाणा में करीब 4 लाख पोल्ट्री पक्षियों की मौत, राजस्थान के 11 जिलों में बर्ड फ्लू की पुष्टि, महाराष्ट्र के परभणी इलाके में करीब 900 मुर्गियों की मौत आदि।

अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में जितने भी हॉटस्पॉट हैं उन पर नजर रखने के लिए 11 विकसित टीमें जोड़ी गई हैं। मनीष सिसोदिया ने मुर्गी बाजारों, चिड़िया घरों और अन्य जगहों पर नजर रखने का आदेश दे दिया है।आपको बता दें कि डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना संक्रमित लोगों को अपना खास ध्यान रखना होगा हालाकि यह फ्लू आंख से, मुंह से, नाक से निकले वाले फ्लूईड से फैल रहा है।

डॉक्टरों का ये भी कहना है कि कोरोना से ठीक होने के बाद भी इम्यून सिस्टम कमजोर रह जाता है ऐसे में किसी और बीमारी की चपेट में आना और आसान हो जाता है।ऐसे में सावधानी बरतने की जरूरत पशुओं से संबंधित कार्य करने वाले लोगों को भी रखनी पड़ेगी जिसमें माली, जंगलों में काम करने लोग सब शामिल होते हैं। सावधानी खास तौर पर पक्षियों की डेड बॉडी के पास जाएं तो मास्क और ग्लव्स  पहन कर जाएं। और अगर कोई पक्षियों की साफ़.सफाई करें तो मास्क और ग्लव्स  पहन कर करें।

चिल्ली पोटैटो ठेले वाले को लूटने वाला गिरफ्तार

संवाददाता, दिल्ली दर्पण टीवी

दिल्ली।। दक्षिणपूर्वी जिला के जामिया नगर थाना पुलिस ने चिली पोटैटो ठेले वाले को लूटने के आरोप में फिरोज खान उर्फ काणा नामक आरोपी को गिरपफ्तार किया है। उसके कब्जे से आधार कार्ड, 520 रूपए और एक आयरन पंच बरामद किया गया है। 9 जनवरी को पुलिस थाना जामिया नगर को पीसीआर से लूटपाट की सूचना मिली तो एसआई अंकुर यादव कांस्टेबल राजेश के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। वहां उन्हें पीड़ित सुभाष गुप्ता उनका पुत्र सौरभ मिले। 

पुलिस के अनुसार घायल होने की वजह से पीड़ित को एम्स ट्रामा सेंटर में इलाज के लिए ले जाया गया। पूछताछ में पीड़ित ने बताया कि हाजी कालोनी में कहीं रहने वाला फिरोज उपर्फ काणा उसके ठेले पर आया चिल्ली पोटैटो का आर्डर किया। खाने के बाद पीड़ित ने उससे पैसे मांगे तो फिरोज गुस्सा हो गया और उसे गालियां देने लगा। विरोध करने पर आरोपी ने उसे मुक्के मारे और आयरन पंच के पिटाई की। साथ ही उसने उसके 1500 रूपए, आधार कार्ड लूट कर भाग गया।

मामले की गंभीरता को देखते हुए एसीपी और एसएचओ इंस्पेक्टर सतीश कुमार के सुपरविजन में एसआई अंकुर यादव, हैड कांस्टेबल राम सिंह, कांस्टेबल भजनलाल की टीम ने आरोपी 26 वर्षीय फिरोज खान पुत्र मो. इबरेल को हाजी कालोनी, जामिया नगर से पकड़ लिया और उसके कब्जे से सामान बरामद कर लिया गया। पुलिस के अनुसार आरोप आदतन शराबी है और कोई कामधाम नहीं करता। उसके खिलाफ पहले से लूटपाट, चोरी और चोट पहुंचाने के 8 मामले चल रहे हैं।

एमसीडी के सभी विभाग के कर्मचारी धरने पर, महापौर का जलाया पुतला

पुनीत गुप्ता, संवाददाता

रोहिणी, नॉर्थ दिल्ली।। पिछले 6 महीने से सैलरी नहीं मिलने से नाराज दिल्ली नगर निगम स्कूलों के टीचर्स भी आंदोलन पर उतर आएं है। आज दिल्ली नगर निगम के टीचर्स ने रोहिणी जोन कार्यालय पर प्रदर्शन किया और नार्थ एमसीडी मेयर का पुतला फूंका। साथ ही यह भी ऐलान किया कि जब तक उन्हें वेतन नहीं मिलता उनकी हड़ताल जारी रहेगी। इन हड़ताली निगम शिक्षकों ने मधुबन चौक तक पैदल मार्च भी किया जिसमें सैकड़ों टीचर्स शामिल हुए।

पिछले 6 महीने से अपने वेतन इंतजार कर रहे शिक्षकों के सब्र का बांध अब टूट चुका है। यही वजह है अब निगम कर्मचारियों के बाद निगम के शिक्षक भी सड़कों पर उतर आए हैं।

बता दें की यह हाल एमसीडी शिक्षा विभाग का ही नहीं बल्कि निगम के हर विभाग का यही हाल है। सबसे अधिक संकट नार्थ एमसीडी में ही है। लेकिन वेतन ना मिलने के कारण हड़ताल पर गये निगम कर्मचारियों की वजह से अब पूरी एमसीडी ठप्प पड़ गयी है। लेकिन जिन्हे इस समस्या का समाधान निकलना चाहिए वह आपस में जिम्मेदारी और जबाबदेही की जंग लड़ रहे है। इनका कहना है कि नगर निगम दिल्ली सरकार पर फण्ड नहीं देने का आरोप लगा रही है तो दिल्ली सरकार इस आर्थिक तंगी की वजह भ्र्ष्टाचार बता रही है।

कर्मचारियों का कहना है कि राजनीतिक पार्टियों के लिए यह सिर्फ एक राजनीतिक मुद्दा है लेकिन हमारे लिए यह रोजी रोटी का सवाल है। एमसीडी कर्मचारी यूनियन के मेंबर कुलदीप ने कहा कि हमने यह पता किया है कि दिल्ली सरकार अपना बकाया पैसा दिसंबर तक का एमसीडी को दे चुकी है लेकिन एमसीडी के महापौर और एमसीडी के अफसर तनख्वाह  नहीं दे रहे हैं। इन टीचर्स का कहना है  कि दोनों पाटों के बीच एमसीडी पीस रही है। इस प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्या में टीचर्स पहुंचे जिनमें महिलाएं भी शामिल थी। इन्होने बताया की 6  महीने से वेतन नहीं मिलाने से उनकी परेशानियां कितनी बढ़ गयी है।

आर्थिक संकट के चलते दिल्ली नगर निगम के कर्मचारियों को घर चलना मुश्किल हो रहा है  तो वहीँ तमाम विकास कार्य भी कई महीनो से ठप्प पड़े हैं। सफाई कमर्चारियों की हड़ताल के चलते दिल्ली में जगह जगह कूड़े के ढेर लगाने शुरू हो गए हैं। और अब शिक्षकों की हड़ताल के बाद बच्चों की पढ़ाई भी रुक गयी है।

हालात बहुत गंभीर है लेकिन सवाल है की इसके समाधान के लिए गंभीर प्रयास कौन करेगा और कैसे करेगा।

ऑनलाइन शिक्षा पाने में बच्चों को कोई बाधा नहीं आए: संजीव झा

संवाददाता, दिल्ली दर्पण टीवी

नई दिल्ली।। आम आदमी पार्टी के बुराड़ी से विधायक संजीव झा ने बुराड़ी के सर्वोदय बाल विद्यालय में 11वीं कक्षा के मेधावी छात्रों को स्मार्ट टेबलेट वितरित किये। दिल्ली के सरकारी स्कूलों द्वारा ज़्यादातर बच्चों तक ऑनलाइन शिक्षा पहुँच रही है लेकिन उसके बावजूद कुछ बच्चे रह जाते हैं। जिनके पास स्मार्टफ़ोन नहीं है। इस समस्या से बच्चों को निजात दिलाने के लिए विधायक संजीव झा ने अपने इलाक़े के सरकारी स्कूल में ये कदम उठाया।

कार्यक्रम की जानकारी देते हुए संजीव झा ने कहा कि बुराड़ी में दिल्ली के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली बच्चियों को टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड के साथ मिलकर स्मार्टफोन का वितरण किया। कोरोना काल में यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि कोई भी बच्चा टेक्नोलॉजी के अभाव में पीछे न रह जाए।सर्वोदय बाल विद्यालय के बच्चो के साथ संवाद करते हुए संजीव झा ने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा दी जा रही ऑनलाइन शिक्षा पाने में बच्चों को कोई बाधा नही आएगी। इस नए आधुनिक दौर में तकनीक के साथ शिक्षा के माध्यमो में भी परिवर्तन आया है। मुझे उम्मीद है कि इस तरह के प्रयोगों से यहाँ के छात्रों को काफ़ी मदद मिलेगी।

स्मार्ट फोन पाकर बच्चो के चेहरे खिल उठे। स्कूल के कई बच्चों के परिवार में स्मार्टफोन नहीं था। उन्हें अपने पेपर करने सेलेबस की जानकारी लेने व अन्य काम के लिए उनको अपने दोस्तो की मदद लेनी पड़ती थी। स्मार्ट फोन मिलने से उन्हें अपने क्लास के अन्य बच्चों के साथ बराबरी से पढ़ने का अवसर मिलेगा।बच्चों से बात करते हुए संजीव झा ने कहा कि हमारा सतत प्रयास है कि बच्चों को ऑनलाइन एजुकेशन में दिक्कत न आए और इसी क्रम में स्मार्टफोन का वितरण एक छोटा सा कदम है।

इसके अलावा जब आप सभी के स्कूल खुलेंगे तो हम पूरी तैयारी रखेंगे कि आपका पूरा सेलेबस दोहराया जाए जो कि स्कूलों के बन्द रहने पर पढ़ाया गया है।इस अवसर पर उन्होंने टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड का भी धन्यवाद किया जिन्होंने बच्चों की मदद की है। कार्यक्रम के समापन पर बच्चों को प्रभावी वैक्सीन की तैयारियों और स्कूलों के आने वाले में महीनों में खुलने की जानकारी देकर उन्होंने उत्साहवर्धन किया।

शहीद हुए राजा नाहर सिंह के बलिदान दिवस पर लगे अश्लील ठुमके

जय प्रकाश भाटी, संवाददाता

फरीदाबाद (दिल्ली एनसीआर) शहीदों की शहादत को नमन करने के लिए उनके बलिदान दिवस पर जगह-जगह कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इसी कड़ी में शहीद राजा नाहर सिंह के बलिदान दिवस पर फरीदाबाद के सिही गांव में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर व सम्मानीय अतिथि के रूप में विधायक नरेंद्र गुप्ता मौजूद रहे।

आयोजन तो शहीद राजा नाहर सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित किया गया था। परंतु इस कार्यक्रम में शहीदों का सरेआम मखौल उड़ाते हुए अश्लील नृत्य प्रस्तुत किए गए। शर्मनाक बात यह रही कि मंच पर कुछ लोग मीडिया को देखकर अपनी किरकिरी होते देख खिसक गए। पंरतु आयोजकों सहित मौजूद बुजुर्गों ने इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया।

मीडिया को देखकर मंत्री जी के आगमन से चंद मिनटों पूर्व जहां अश्लील नृत्य कर शहीदों का शहादत को शर्मसार किया गया। वहीं दूसरी ओर अतिथियों के आगमन पर राजा नाहर सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण की रस्म अदायगी की गई। शर्मनाक बात तो यह रही कि मंत्री व विधायक के आगमन पर देश भक्ति का एक गीत गाया गया और उनके जाते ही बलिदान दिवस कार्यक्रम में पहले से भी अधिक अश्लीलता के साथ कलाकार नृत्य मंच पर पेश करते नजर आए।

इस संदर्भ में जब केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है। निश्चित रूप से ऐसा नहीं होना चाहिए। हम शहीदों को कुछ नहीं दे सकते। कम से कम एक दिन उनके बलिदान दिवस को प्रेरणा दिवस के रूप में अवश्य मनाना चाहिए।

शहीदों के बलिदान दिवस को प्रेरणा दिवस के रूप में मनाने की बात कही जाती है परंतु यदि शहीदों का इस तरह सरेआम बुजुर्गों व बच्चों के सामने अपमान होगा और उनकी शहादत को नमन करने वाले कार्यक्रमों में  अश्लीलता परोसी जाएगी तो भावी पीढ़ी इन कार्यक्रमों से क्या प्ररेणा लेगी, इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।