पिछले दो दशक से बिहार में भारतीय जनता पार्टी लोकहित में काम कर रही है और इसी के चलते उसने लालू के जंगलराज का खात्मा करने के लिये जनतादल युनाइटेड से हाथ मिलाया था जिसका लाभ मिला । पिछले सत्रह साल से हम उस जंगलराज का खात्मा करने के लिये साथ साथ चल रहे थे । अपने किसी आदमी को पार्टी ने मुख्यमंत्री न बनाकर नितीश कुमार को बनाया लेकिन अब उनकी महात्वांकाक्षा बढ़ गयी है इसलिये सत्रह साल बाद गठबंधन टूट गया। पार्टी बिहार में जंगलराज को दुहराना नही चाहती, न ही इस बात को वहां की जनता दुहराना चाहती है। बीती यादों को भूलकर ताजे व स्वच्छ मन से हम बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में लग गये है और अपने पूर्व निर्धारित एजेंडे के तहत ही चुनाव में उतरेगें। उक्त बातें भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व केन्द्रीय कार्यालय के मीडिया प्रभारी श्रीकांत ने अपनी प़ि़़त्रका के अरूण पाण्डेय से कही।
उन्होनें कहा कि एक चुनाव में हारने से भाजपा के ताकत को कम नही आंका जा सकता , हम बिहार में अच्छा प्रदर्शन करेंगे और स्थानीय मुदृदों पर जैसे पहले लड़ा था उसी तरह लडेगें।भ्रष्टाचार के विरोध में हमने अपना प्रयास 2005 में शुरू किया था और उस समय नितीश कुमार को मुख्यमंत्री बनवाया था । तब हम सफल भी हुए थे लेकिन अब नीतिश जी की महात्वाकांक्षा का विस्तार हो गया है और इसलिये ही वह पीएम इन वेंटिग की जगह सीएम इन बेटिंग रह गये है । वह तीसरी बार सत्ता में आकर जिस तरह से जंगलराज फैलाना चाहते है उसे बिहार की जनता कभी बर्दाश्त नही करेगी ।
यह पूछे जाने पर कि लोकसभा चुनाव में 40 में से 31 सीटें जिताने के बाद जनता को भाजपा से काफी उम्मीदें थी किन्तु अब वह उम्मीद खत्म सी होती जा रही है क्योंकि उस समय जीते हुए सांसदों का प्रदेश सरकार का सहयोग नही मिल रहा है।तो उन्होने कहा कि अभी तक एैसा कुछ नही हुआ है मीडिया की तरफ से यह बातें फैलाकर मामले को गंभीर बनाने का प्रयास किया जा रहा है।किन्तु जिनके इशारे पर हो रहा है वह मान्य नही होगा , जनता खुद ही उसको नकार देगी।
यह पूछे जाने पर पार्टी जैसे दिल्ली मे ंभीतरघात के कारण हारी , उसी तरह बिहार में कई नेताओं को पार्टी ने कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर अन्य दलों से आये लोगों को टिकट दिया और वह लोस चुनाव में विजयी भी हुए, जिसे लेकर जबरजस्त मतभेद है।स्व कर्पूरी ठाकुर को लेकर आयोजित समारोह में जब अमित शाह कार्यक्रम में गये थे तो देखने को मिला । क्या इसके लिये पार्टी ने कोई तैयारी की है। इसके जबाब में उन्होनेे कहा कि किसी तरह का मनमुटाव नही है अभी झारख्ंाड के कुछ विधायकों ने पार्टी ज्वाइन की है वह भाजपा के प्रति विश्वास से आये थे भाजपा ने स्वागत किया, साथ मिलकर काम करेगें। भाजपा की नीतियांे से जो जुड़ना चाहता है उसका स्वागत है और सभी के लिये दरवाजे खुले है।
राम विलास पासवान की पार्टी के बाबत उन्होने कहा कि वह एनडीए के साथ है और बिहार में जब चुनाव होगें तो वह साथ ही रहना पसंद करेगें एैसी पार्टी को आशा है। कुछ और दलों के जुड़ने के मसले पर उन्होनें कहा कि पार्टी किसी को इंकार नही करती बल्कि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचना चाहती है। आवश्यकता आविष्कार की जननी है बिहार को नम्बर वन राज्य भाजपा कैसे बनाये इस पर प्रयास किया जा रहा है।
उन्होने बताया कि हरियाणा के पूर्व प्रभारी भूपेन्द्र यादव जी को बिहार का प्रभारी बनाया गया है जो चंद महीनों में टेडिशनल कैम्पेन चलायेगें ,घर घर तक पहुंचायेगी और जो काम किया है उसे लेकर आम जनता के बीच पार्टी जायेगी ।
पिछले दो दशक से बिहार में भारतीय जनता पार्टी लोकहित में काम कर रही है और इसी के चलते उसने लालू के जंगलराज का खात्मा करने के लिये जनतादल युनाइटेड से हाथ मिलाया था जिसका लाभ मिला । पिछले सत्रह साल से हम उस जंगलराज का खात्मा करने के लिये साथ साथ चल रहे थे । अपने किसी आदमी को पार्टी ने मुख्यमंत्री न बनाकर नितीश कुमार को बनाया लेकिन अब उनकी महात्वांकाक्षा बढ़ गयी है इसलिये सत्रह साल बाद गठबंधन टूट गया। पार्टी बिहार में जंगलराज को दुहराना नही चाहती, न ही इस बात को वहां की जनता दुहराना चाहती है। बीती यादों को भूलकर ताजे व स्वच्छ मन से हम बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में लग गये है और अपने पूर्व निर्धारित एजेंडे के तहत ही चुनाव में उतरेगें। उक्त बातें भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व केन्द्रीय कार्यालय के मीडिया प्रभारी श्रीकांत ने अपनी प़ि़़त्रका के अरूण पाण्डेय से कही।
उन्होनें कहा कि एक चुनाव में हारने से भाजपा के ताकत को कम नही आंका जा सकता , हम बिहार में अच्छा प्रदर्शन करेंगे और स्थानीय मुदृदों पर जैसे पहले लड़ा था उसी तरह लडेगें।भ्रष्टाचार के विरोध में हमने अपना प्रयास 2005 में शुरू किया था और उस समय नितीश कुमार को मुख्यमंत्री बनवाया था । तब हम सफल भी हुए थे लेकिन अब नीतिश जी की महात्वाकांक्षा का विस्तार हो गया है और इसलिये ही वह पीएम इन वेंटिग की जगह सीएम इन बेटिंग रह गये है । वह तीसरी बार सत्ता में आकर जिस तरह से जंगलराज फैलाना चाहते है उसे बिहार की जनता कभी बर्दाश्त नही करेगी ।
यह पूछे जाने पर कि लोकसभा चुनाव में 40 में से 31 सीटें जिताने के बाद जनता को भाजपा से काफी उम्मीदें थी किन्तु अब वह उम्मीद खत्म सी होती जा रही है क्योंकि उस समय जीते हुए सांसदों का प्रदेश सरकार का सहयोग नही मिल रहा है।तो उन्होने कहा कि अभी तक एैसा कुछ नही हुआ है मीडिया की तरफ से यह बातें फैलाकर मामले को गंभीर बनाने का प्रयास किया जा रहा है।किन्तु जिनके इशारे पर हो रहा है वह मान्य नही होगा , जनता खुद ही उसको नकार देगी।
यह पूछे जाने पर पार्टी जैसे दिल्ली मे ंभीतरघात के कारण हारी , उसी तरह बिहार में कई नेताओं को पार्टी ने कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर अन्य दलों से आये लोगों को टिकट दिया और वह लोस चुनाव में विजयी भी हुए, जिसे लेकर जबरजस्त मतभेद है।स्व कर्पूरी ठाकुर को लेकर आयोजित समारोह में जब अमित शाह कार्यक्रम में गये थे तो देखने को मिला । क्या इसके लिये पार्टी ने कोई तैयारी की है। इसके जबाब में उन्होनेे कहा कि किसी तरह का मनमुटाव नही है अभी झारख्ंाड के कुछ विधायकों ने पार्टी ज्वाइन की है वह भाजपा के प्रति विश्वास से आये थे भाजपा ने स्वागत किया, साथ मिलकर काम करेगें। भाजपा की नीतियांे से जो जुड़ना चाहता है उसका स्वागत है और सभी के लिये दरवाजे खुले है।
राम विलास पासवान की पार्टी के बाबत उन्होने कहा कि वह एनडीए के साथ है और बिहार में जब चुनाव होगें तो वह साथ ही रहना पसंद करेगें एैसी पार्टी को आशा है। कुछ और दलों के जुड़ने के मसले पर उन्होनें कहा कि पार्टी किसी को इंकार नही करती बल्कि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचना चाहती है। आवश्यकता आविष्कार की जननी है बिहार को नम्बर वन राज्य भाजपा कैसे बनाये इस पर प्रयास किया जा रहा है।
उन्होने बताया कि हरियाणा के पूर्व प्रभारी भूपेन्द्र यादव जी को बिहार का प्रभारी बनाया गया है जो चंद महीनों में टेडिशनल कैम्पेन चलायेगें ,घर घर तक पहुंचायेगी और जो काम किया है उसे लेकर आम जनता के बीच पार्टी जायेगी ।