“राम जन्म भूमि “…. ये नाम जब भी ज़हन में आता है, रोंगटे खड़े हो जाते हैं। वाद-विवाद की भावना मन में आती है….तो क्या बार-बार इसका ज़िक्र करना ज़रूरी हैं…? इस सवाल को लेकर एनएसयूआई ने आज डीयू में प्रदर्शन किया और 10 जनवरी को राम जन्म भूमि पर होने वाली सेमीनार का विरोध किया —