यूं तो दिल्ली की केजरीवाल सरकार विकास के बड़े-बड़े वादें करती है, पर इस अक्सर या तो इस सरकार की योजनाएं ठन्डे बस्ते में जाती हुयी दिखाई देती हैं या फिर रह जाती हैं आधी अधूरी। अब दिल्ली के नेताजी सुभाष प्लेस को ही ले लो, यहाँ पर फुट ओवर ब्रिज तो बना पर लिफ्ट ही चालू नहीं हुयी । केजरीवाल साहब, अगर हाथ में कोई काम लिया है तो कम से कम उसे अंजाम तक तो पहुचाइए नहीं तो की हुई मेहनत भी कहीं बेकार ना चली जाए. भई अगर इतना पैसा और समय ख़र्च करके जनता की सहूलियत के लिए ब्रिज बनवाया था तो ज़रा सा ध्यान बुज़ुर्गों की ओर भी दे दिया होता । इतनी सीढ़ियां ना तो बुज़ुर्ग चढ़ सकते हैं ना ही महिलाएं, इनके लिए ये फुट ओवर ब्रिज बेकार हैं।