-दिल्ली दर्पण ब्यूरो
दिल्ली पुलिस ने एक ऐसी ऑटो लिफ्टर गैंग का पर्दा फाश किया है जो डिमांड के हिसाब से कोई भी गाड़ी चोरी कर उपलब्ध कराने का काम करता था। बीते कुछ महीनों में उत्तर पश्चिमी जिला में कार चोरी की वारदातें बढ़ती जा रही थी जिसके मद्देनज़र डीसीपी विजय सिंह ने एक विशेष टीम का गठन किया और इस टीम की कमान एसीपी/ ऑपरेशन्स नार्थ वेस्ट को दी गई। पुलिस को अंदेशा था की कोई पेशेवर गिरोह लगातार हो रही गाड़ी चोरियों के पीछे हो सकता है। लगातार चल रही तफ्तीश में विशेष टीम को ये जानकारी मिली की गाड़ीयों की चोरी के पीछे संजीव उर्फ़ गंजा गैंग का हाथ है और बहरहाल ये गैंग दिल्ली के अन्य इलाकों के अलावा उत्तर पश्चिमी जिला में भी सक्रिय है। पुलिस टीम ने गंजा गिरोह पर शिकंजा कसना शुरू किया और लगातार चल रही छानबीन में ये पता चला की बाईस जुलाई के दिन संजीव गंजा अपने कुछ साथियों के साथ मुखर्जी नगर इलाके में आने वाला है। इस सूचना पर तुरंत हरकत में आई टीम ने जाल बिछाया और संजीव गंजा और उसके एक अन्य साथी शहजाद को चोरी की एस्टीलो कार के साथ गिरफ्तार कर लिया। आगे की करवाई में गैंग का एक और सरगना महेश उर्फ़ कबूतर को भी गिरफ्तार किया है जो की गाड़ीयों के इंजन चैसिस नंबर बदलने में माहिर था।
इस गिरोह के पास से कुल नौ गाड़ियाँ भी बरामद की गई हैं जिनमें से पाँच गाड़ियाँ उत्तर पश्चिमी जिला से ही चुराई गई थीं और चार अन्य गाड़ियाँ हरियाणा और उत्तराखंड से। इस गैंग का पर्दाफाश करने में दिल्ली पुलिस उत्तर पश्चिमी जिला के एसीपी ऑपरेशन्स और इंस्पेक्टर अरुण कुमार के अलावा सब इंस्पेक्टर वेद प्रकाश , एऐसआई शेसादर , हेड कॉन्सटेबल दीपक त्यागी , नरेश और रमेश भी विशेष टीम में शामिल थे।
गैंग में शामिल अपराधी महेश उर्फ़ कबूतर और संजीव उर्फ़ गंजा मूल रूप से उत्तर प्रदेश से हैं जबकि मोहम्मद शहजाद दिल्ली का रहने वाला बताया जाता है।