–दिल्ली दर्पण टीवी
अशोक विहार। अग्रवाल वैलपफेयर सोसायटी, अशोक विहार के चुनाव आखि़कार 4 सितंबर को तय हो ही गये। 24 जुलाई को हुयी आम सभा में बिना किसी की सुने कन्ट्रोल बोर्ड के सदस्यों ने तारीख का ऐलान किया और चलते बने। उनका यह व्यवहार बेशक आम सदस्यों का असहज लगे लेकिन अंदर की अंदर वे भी जानते थे कि अग्रवाल वैलपफेयर सोसायटी के अब तक के इतिहास में जितनी कलह इस कार्यकाल में हुयी है कभी नहीं हुयी। प्रधान पवन गुप्ता और महामंत्राी कभी न तो कभी एक साथ बैठे और न ही एक दूसरे की बुलाई बैठक मे शामिल हुये। मौजूदा कार्यकारणी 5/4 खेल में ही उलझी रही और पूरा कार्यकाल एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाकर पत्र-पत्र खेलकर की खराब कर दिया। इस फिर सोसायटी के सदस्य फिर भाईचारे के नारे के साथ फिर मैदान में है –अनिल गुप्ता पूरी तयारी के साथ चुनाव मैदान में है और इस बार फिर अच्छी और सच्ची टीम लाने का वादा कर रहे है। साथी ही पिछले कार्यकारणी के कार्यकाल को दुर्भाग्यपूर्ण बताकर इसकी जिम्मेदारी कुछ लोगों पर डाल रहे है। प्रधान पवन गुप्ता का कहना है कि उन्होनें गलत कामो का विरोध किया जो उन्हें पसंद नहीं आया। सोसायटी ने उनके कार्यकाल में तरक्की की है -दोनों ग्रुप्त तरक्की और तकरार के बातें साथ साथ कर रहे है। अनिल गुप्ता ग्रुप पूर्व प्रधान रमेश गुप्ता के अगुवाई में अपना ग्रुप लगभग बना चुका है वहीँ प्रधान पवन गुप्ता भी अपनी टीम तैयार करने में लगें है। प्रधान के लिए नन्द किशोर अग्रवाल नाम कुछ दिन आगे चला लेकिन उन्हें भी शायद अपने कद का पता चल गया और अब खबर है की वे प्रधान का चुनाव लड़ने से इंकार कर चुके है। बहरहाल जिस तरह का माहौल समाज में है उसे देखते हुए इस बार भी चुनाव करने के जिम्मेदारी डॉ एचसी गुप्ता अगुवाई में तीन सदस्यीय टीम को दी गयी है। ( see ful story)