नोटबंदी के विरोध में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दिल्ली में एक मंच पर दिखे। दिल्ली के आज़ादपुर मंडी में केजरीवाल ने विधायकों और कार्यकर्ताओं की फ़ौज के साथ रैली की तो पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उनके साथ साथ दिखीं।
इस रैली में दोनों नेताओं ने सरकार पर नोटबंदी के फैसले की आड़ भ्रष्टाचार और घोटाले का आरोप लगाया।
एक तरफ़ केजरीवाल की सभा चल रही थी तो दूसरी तरफ आजादपुर मंडी में हजारो मजदूर और मंडी के व्यापारी मुख्यमंत्री का ज़बरदस्त विरोध करते देखे गए। केजरीवाल की सभा के पास देर तक मोदी मोदी के नारे गुजंते रहे। किसी समय में केजरीवाल के ही समर्थक रहे हजारो मजदूर आज केजरीवाल के खिलाफ खड़े दिख रहे थे।
यह रैली किसी चुनावी रैली की तरह ही थी जिसमें आम आदमी पार्टी के सभी विधायक पूरी दिल्ली से भारी भीड़ जुटाकर लाये थे।
रैली केजरीवाल की और नारे गूँजे मोदी के। पुलिस और सुरक्षा जवानों ने बमुश्किल मोदी प्रसंशक भीड़ को काबू किया।
इस सभा में ममता ने पीएम मोदी पर सीधा निशाना साधते हुए , नोटबंदी के फैसले को तीन दिन के भीतर वापस लेने का अल्टीमेटम तक दे दिया ।
ममता के बाद केजरीवाल ने माइक संभाला और पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार को निशाने पर लिया।
केजरीवाल ने मोदी सरकार पर 8 लाख करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया।
केजरीवाल के सुर में सुर मिलाते हुए आम आदमी पार्टी के अन्य नेताओं ने भी नोटबंदी के विरोध में जमकर भाषण दिये और लोगों को यही समझाने की कोशिश करते दिखे की नोटबंदी का फैसला आम आदमी के खिलाफ है।
मोदी सरकार के फैसले के खिलाफ जहाँ सभी राजनीतिक पार्टियाँ एकजुट होकर विरोध करती दिख रही हैं वहीँ वित्त मंत्री अरुण जेटली ने साफ़ कर दिया है की नोटबंदी का फैसला किसी भी कीमत पर वापस नहीं लिया जायेगा।