दिल्ली का श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट में मनाया जा रहा है वर्ल्ड किडनी डे। पश्चिम विहार में मौजूद इस हॉस्पिटल में इस ख़ास मौके पर फ्री किडनी चेक अप का आयोजन किया गया, साथ ही बड़ी संख्या में आये लोगों को किडनी को स्वस्थ रखने के गुर भी सिखाये गये। भारत में जिस तरह से किडनी के मरीजों की संख्या बढती जा रही है और लोग भी इसे लेकर लापरवाही बरत रहे हैं, लिहाज़ा जरूरी है की अब स्वास्थ्य पर सरकार इतनी गंभीर हो की स्कूलों में बच्चों के नंबर और नौकरियों में भर्ती से लेकर उन्नति तक में इसके नंबर रखे जाएँ। ये कहना है श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ राजेश।
भारत में मधुमेह की वजह से 40 प्रतिशत मरीजों की किडनी डेमेज हो जाती है जबकि कुछ देशों में यह आंकड़ा महज 8 प्रतिशत है। भारत भी इस आंकड़े जो छू सकता है , जरूरत है किडनी पर ध्यान देने की और मधुमेह और मोटापे को कण्ट्रोल करने की डॉ राजेश अग्रवाल ने लोगों को टिप्स दिए की वो किस तरह डायबेजीज और ऑबेसिटी को आसानी से कण्ट्रोल कर सकते हैं। साथ ही लोगों को इसके घातक परिणामो को लेकर भी सचेत किया। हॉस्पिटल में महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर भी कुछ ख़ास टिप्स दिए गये….
1 मोटापे और मधुमेह पर कण्ट्रोल करना चाहिए और इसकी नियमति जांच करानी चाहिए
2 दर्द निवारक गोलियां नहीं लेनी चाहिए
3 स्मोकिंग से दूर रहना चाहिए
4 नियमित योगा और सैर करनी चाहिए
5 फ़ास्ट फ़ूड नहीं खाना चाहिए
इस सेमिनार में जिस सरलता से डॉ राजेश अग्रवाल ने लोगों के सवालों के जवाब दिए, उससे निश्चित तौर पर लोगों की हेल्थ संबंधी चिंताएं दूर हुयी। इन सबके बावजूद भी अगर देश की आने वाली पीढ़ी को फिट रखना है तो डॉ राजेश की सलाह को सरकार और स्कूलों को भी गंभीरता से लेना चाहिए।