[bs-embed url=”https://youtu.be/TfIKSI8DDXk”]https://youtu.be/TfIKSI8DDXk[/bs-embed]
प्रशांत विहार थाने पर रोहिणी के लोगों का संघर्ष रंग लाया और रोहिणी सेक्टर 11 निवासी अमित गुप्ता को थर्ड डिग्री टॉर्चर देने के आरोप में एक सहायक उपनिरीक्षक समेत तीन पुलिस वालों को सस्पेंड कर दिया गया। थाने के sho एसएस राठी के खिलाफ भी विभागीय जांच के आदेश दे दिए गए है। रोहिणी के लोगों के साथ साथ पीड़ित परिवार के लिए यह खबर किसी मरहम से कम नहीं है। अब इलाके के विधायक और पीड़ित परिवार के लोग डीसीपी का धन्यवाद कर रहे हैं। गौरतलब है की रोहिणी में रह रहे कारोबारी अमित गुप्ता को पुलिस थाने में थर्ड डिग्री टॉर्चर देने के आरोप लगे थे। कसूर सिर्फ इतना था की कारोबारी की कार पुलिस वालों की बाइक से टकरा गयी थी। इस घटना की खबर जब दिल्ली दर्पण टीवी और दिल्ली आज तक ने दिखाई तो लोगों का गुस्सा उबल पड़ा। इस मामले में रोहिणी की जनता ने एकजुटता के साथ इसका विरोध किया । दो दिन तक थाने के बहार धरना भी दिया। इलाके के डीसीपी ऋषिपाल ने इस पर सज्ञान लिया और पीड़ित परिवार साथ स्थानीय प्रमुख लोगों और विधायक को सही करवाई का भरोसा दिया और साथ ही यह भी कहा की पूरे मामले में तीन पुलिसकर्मियों को ससपेंड कर रहे है । विधायक भी इस पर डीसीपी का धन्यवाद तो कर ही रहे है साथ ही इस सफलता का श्रेय क्षेत्र की जनता और दिल्ली दर्पण टीवी को दे रहे है कारोबारी अमित के शरीर पर पिटाई के जो निशान नजर आये उसे देखक यह यकीन पर पाना मुश्किल था की दिल्ली पुलिस किसी आम नागरिक के साथ ऐसा सलूक भी कर सकती है। पुलिस पर मामले को दबाने के आरोप भी लगे। देर से ही सही रोहिणी जिला पुलिस उपयुक्त ऋषिपाल के संज्ञान में आने के बाद, दोषी पुलिस वालों पर करवाई की गयी और विभागीय जांच के आदेश दिए गए है। इस जांच की आंच में इलाके के एसएचओ कितने पाक साफ़ होकर बाहर निकलते है यह देखने वाली बात होगी।