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रेलवे स्टेशन से लड़कियों को बहला फूसलाकर नौकरी दिलाने का भरोसा दिलाकर उन्हें बेचने वाले एक गैंग के दो मानव तस्करों को साउथ डिस्ट्रिक्ट के एसटीएफ की टीम ने चार राज्यों की पुलिस के साथ एक ज्वाइंट ऑपरेशन के बाद गिरफ्तार किया है। उनकी निशानदेही पर दो युवतियों को भी छुड़ाकर सीएडब्ल्युसी रोहतक को सौंप दिया है। आरोपियों की पहचान अल्ताफ और रामकेश उर्फ किशन के रूप में हुई है। ये है पुलिस की गिरफ्त में दोनों मानव तस्कर जो लड़कियों को ही टारगेट करते थे और उन्हें रेलवे स्टेशनों पर तलाश कर नौकरी का झांसा देते और फिर उन्हें बेच देते थे। पुलिस के मुताबिक असम पुलिस से साउथ डिस्ट्रिक्ट के एसटीएफ को मानव तस्करी की बात पता चली थी। एसीपी ऑपरेशन की देखरेख में बनाई गयी टीम ने कई जगहों पर छापेमारी कर अल्ताफ और रामकेश उर्फ किशन को गिरफ्तार कर लिया। उनसे पता चला कि वह रेलवे स्टेशन पर आने वाली वेस्ट बंगाल और उसके आसपास से आने वाली लड़कियों को वह नौकरी व दोस्ती का झांसा देकर अपने साथ ले जाया करते थे। पुलिस को पूछताछ में यह भी पता चला की लड़कियां लाने के बाद में उनको साउथ दिल्ली के मुनिरका और वसंत विहार इलाके में सक्रिय पायल और सुनील झा को बेच दिया करते थे। दोनों राजस्थान व हरियाणा में दो से तीन लाख रुपए में लड़कियों को बेचते थे। उनकी निशानदेही पर बिहार की किशोरी और वेस्ट बंगाल की एक युवती को सकुशल छुड़ाया गया। यह गिरोह लड़कियों को दो तरह से इस्तेमाल करता था. पहला हरियाणा के कुछ इलाके जहाँ लड़कियां कम हैं वहां शादी के लिए उनको बेच देता और दूसरा मौका देखकर उनको जिस्मफिरोशी के धंधे में धकेल देते थे।